बुलंदशहर। छोटी सी उम्र में ही बच्चों के सिर पर प्रेम का जो भूत सवार हो रहा हैं, उससे वह उनके अंदर सोचने समझने की शक्ति खत्म हो जा रही हैं। गलत सही का फैसला नहीं कर पा रहे है। कुछ ऐसा ही मामला यूपी के बुलंदशहर में सामने आया। यहां एक नाबालिग ने अपने प्रेमी के पिटाई से नाराज हो गई, कि उसने अपने मां— बाप के खाने में नींद की गोलियां खिलाकर पहले बेहोश किया इसके बाद कुल्हाड़ी से काट डाला, इसके बाद हत्या के अपराध से बचने के लिए घर से निकलकर बाहर से ताला और अंदर आकर सो गई, सुबह रोकर लोगों को खुद ही बताया कि किसी ने उसके मां —बाप की हत्या कर दी और बाहर से ताला लगाकर फरार हो गया।
प्रेमी की पिटाई से नाराज
14 को हुई वारदात का पुलिस ने खुलासा करते हुए हत्यारोपी नाबालिग और उसके प्रेमी को गिरफ्तार करके बाल सुधार गृह में भेज दिया। पुलिस की पूछताछ में मां— बाप की कातिल बेटी ने जो कहानी बताई उसे सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाए। पुलिस के अनुसार कक्षा सात में पढ़ने वाली 15 साल की लड़की का गांव के ही एक नाबालिग से प्रेम प्रसंग था।
वह अपने मां बाप के मोबाइल से उससे लोगों की नजरें बचाकर बातें किया करतीं थी, लेकिन पोल खुलने पर घर वालों ने उसे मोबाइल देना बंद कर दिया और उसे समझाया कि पढ़ाई पर ध्यान दो, लेकिन उसका ध्यान पढाई से ज्यादा प्रेमी से बात करने में लगता था, इसके लिए प्रेमी ने उसे अलग से मोबाइल दिया। उन दोनों का प्रेम प्रसंग ऐसे चलता रहा और एक दिन उन दोनों को घर वालों ने रंगे हाथों पकड़ लिया, प्रेमी की जमकर पिटाई कर दी, इससे प्रेमिका इतनी दुखी हो गई की अपने मां— बाप को ही दुनिया से हटाने की साजिश रच डाली।
प्रेमी ने दिया मौत का सामान
इसके बाद आरोपी बेटी ने अपने प्रेमी से नींद की गोली और कुल्हाड़ी मंगाकर घर में छिपाकर रख दिया। एक दिन मौका पाकर दोनों के खाने में नींद की दस—दस गोलियां मिला दीं, उनके बेहोश होते ही घसीटकर बिस्तर पर ले गई, कुल्हाड़ी से वार करके हत्या कर दी, इसके बाद घर में रखे भोजन को नाली में बहा दिया, अपने खून से सने कपड़े को साफ किया और घर से बाहर आकर ताला लगाकर पड़ोसी की दीवार फांद कर अंदर गई और खाना खाकर सो गई। सुबह उनकी हत्या करके बदमाशों के भागने का आरोप लगाकर सबके साथ रोने लगी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सारा खेल खुल गया।
हत्या का कोई अफसोस नहीं
पुलिस पूछताछ में आरोपी बेटी ने अपना पूरा अपराध स्वीकार कर लिया है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि जब हम लोग लड़की से पूछताछ कर रहे थे तब हमें लग रहा था कि वो डर जाएगी। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ उसने बिना रुके हर बात का जवाब दिया। उसको अपने माता-पिता की हत्या करने का कोई गम नहीं था। हम लोग भी हैरान थे कि इतनी छोटी बच्ची में इतना साहस आ कैसे गया।
घर की इकलौती बेटी थी
प्रेम प्रसंग में पड़कर अपने माता-पिता की हत्या करने वाली वह उनकी इकलौती संतान थी। उसके परिजन चाहते थे कि वह पढ़ लिखकर अच्छी नौकरी करें,लेकिन उसका मन दिल तो प्रेम प्रसंग में लग गया। गांव के ही एक नाबालिग से दिल लगा बैठी यह बात उसके माता-बाप को गंवारा नहीं थी इसलि उसे समझाया तो वह चोरी छिपे मिलने लगी।
पकड़े जाने पर प्रेमी की पिटाई से नाराज होकर माता-पिता को ही मार डाला।
दोनों को बाल सुधार गृह भेजा गया
मामले में बुलंदशहर एसएसपी श्लोक कुमार का कहना है कि जांच और बच्ची के बार-बार बदलते बयानों के आधार पर जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सब सच बता दिया। शुरुआत में किसी का शक उस पर नहीं गया था। वजह थी कि इतनी कम उम्र में कोई कैसे इतनी खौफनाक वारदात को अंजाम दे सकता है। लड़की के नाबालिग प्रेमी को भी हिरासत में लिया गया है। उसने ही लड़की को नींद की गोली और कुल्हाड़ी लाकर दी थी। दोनों को बाल सुधार गृह भेजा गया है।
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