इंदौर। मप्र के महू में एक आदिवासी युवती की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के मामले में ग्रामीणों ने पहले रास्ता जाम किया फिर थाने पर पथराव कर दिया। पथराव में कई लोग घायल हुए हैं। बचाव में पुलिस जवानों ने फायरिंग की और आंसू गैस के गोले दागे। कई पुलिसकर्मियों के गंभीर घायल होने की भी सूचना है। पुलिस ने एक बार आदिवासियों को खदेड़ दिया तो वे दूसरी बार फिर भीड़ जुटाकर आए और गोफन से हमला किया। इंदौर से भी पुलिस बल महू पहुंचा है। गोली लगने से एक युवक की मौत हुई है, जिसका शव एमवाय अस्पताल पहुंचाया गया है।
सड़क पर लगाया जाम
युवती की मौत पर आदिवासियों का आरोप है कि मामला दबाया जा रहा है। आरोप है कि युवती से दुष्कर्म के बाद क्षेत्र के दबंगों ने हत्या कर दी है। वहीं पुलिस का कहना है कि युवती की मौत करंट लगने से हुई है। आदिवासियों ने युवती की मौत के बाद सडक़ पर उसका शव रखकर चक्काजाम किया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने पास के थाने पर हमला कर दिया।
छह पुलिसकर्मी घायल
मामले में राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस की टीम महू पहुंच चुकी है जिसमें कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। मामला महू के बडगोंदा थाना क्षेत्र का है। बवाल में छह पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं। घटना के बाद रातभर तनाव रहा। युवती की मौत के बाद परिजन ने बुधवार शाम डोंगरगांव चौकी के सामने युवती का शव रखकर जाम लगा दिया।
करीब एक घंटे तक प्रदर्शन चला। इस दौरान गुस्साए लोगों ने पुलिस चौकी पर पथराव कर पुलिस की गाडिय़ों में भी तोडफ़ोड़ की। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े,लाठीचार्ज किया और हवाई फायर किए। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों ने बड़ी संख्या में आंसू गैस के गोले भी दागे हैं। बताया जा रहा है कि बवाल में जयस के कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
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