लखनऊ, बिजनेस डेस्क। भारत सरकार द्वारा ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’का दर्जा हासिल करने वाले देश के शुरुआती विश्वविद्यालयों में से एक बिट्स पिलानी ने आज ग्रेटर मुंबई में बिट्स लॉ स्कूल के साथ कानूनी शिक्षा में कदम रखने का एलान किया। नए दौर के बिट्स लॉ स्कूल ने कानूनी शिक्षा के सभी पहलुओं की नए सिरे से कल्पना की है, जिसमें एक फ्लेक्सिबल और इंटरडिसिप्लीनरी पाठ्यक्रम होगा।
साथ ही, सीखने की प्रक्रिया में एम्पथी और क्रिएटिविटी पर जोर दिया जाएगा। इसके अलावा, कार्यक्रमों में मजबूत डिजिटल आधार के साथ कानूनी लेखन और विद्वानों के शोध पर ध्यान केंद्रित करने का भी प्रयास रहेगा। संस्थान में विद्यार्थियों को उदारतापूर्वक छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी।बिट्स लॉ स्कूल दो बेहद लोकप्रिय पांच वर्षीय एकीकृत डिग्री प्रोग्राम, बी.ए. एलएलबी (ऑनर्स) और बीबीए एलएलबी (ऑनर्स) उपलब्ध होंगे। मार्च 2023 से शुरू होने वाले प्रवेश के साथ पहला शैक्षणिक वर्ष 1 अगस्त 2023 से शुरू होगा।
प्रतिभाशाली फैक्लटी की व्यवस्था
इस अवसर पर बिट्स पिलानी के चांसलर कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, ‘‘एक समान, विविध और समावेशी नॉलेज इकोनॉमी के रूप में भारत का उदय हमारे विश्वविद्यालयों और सीखने के विशेष केंद्रों के जरिये ही संभव होगा। एक प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में बिट्स पिलानी भी क्रिएटिव, मल्टीडिसिप्लीनरी और फ्यूचर रेडी लोगों की एक नई पीढ़ी के निर्माण का नेतृत्व करने के लिए बेहतर स्थिति में है।
एक साहसिक नई दृष्टि और मिशन के साथ, बिट्स लॉ स्कूल स्थानीय और वैश्विक महत्व की समकालीन और उभरती समस्याओं को दूर करने के लिए कानूनी शिक्षा की पुनर्कल्पना करना चाहता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) और युवा भारतीयों की बढ़ती आकांक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए, बिट्स लॉ स्कूल विचारों को ढ़ालने वाला माध्यम बनेगा। वैश्विक स्तर पर हमारी शिक्षा की प्रतिष्ठा, बेजोड़ पाठ्यक्रम और प्रतिभाशाली फैक्लटी इच्छुक कानूनी पेशेवरों को अद्भुत तरीके से भविष्य के लिए तैयार करेगी।
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