लखनऊ। विगत दिनों नवाबों के शहर लखनऊ में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) में कृषि क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए समर्पित ग्रामिक को मान्यता मिली है। देश का पहला पीयर एग्री-कामर्स प्लेटफॉर्म (साथी कृषि-वाणिज्य मंच), ‘ग्रामिक’ को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के 10 शिखर के स्टार्ट-अप में पहचाना गया।
यह जानकारी देते हुए ग्रामिक के संस्थापक राज यादव ने बताया गया कि तीन दिन के इस आयोजन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। जिसका मकसद स्टेक धारकों के बीच उत्तर प्रदेश को एक आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में मजबूत करना था।
ग्रामिक के आशा जनक राजस्व मॉडल को सराहा गया
बताया गया कि शिखर सम्मेलन के दौरान, राज्य सरकार को 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। बताया गया कि स्टार्ट-अप के लिए यह सम्मेलन कई जाने-माने निवेशकों और सरकारी अधिकारियों के बीच अपनी दृष्टि और विकास की कहानियों को प्रस्तुत करने के लिए एक जोरदार मंच साबित हुआ। कृषि-क्षेत्र की प्रमुख इकइयों या संस्थाओं में से एक के रूप में ग्रामिक अपने आशा जनक राजस्व मॉडल,
और विकास की संभावनाओं के लिए निवेशकों और सरकारी अधिकारियों दोनों से सराहना और समर्थन प्राप्त किया। अपनी उपलब्धियों के बारे में बताते हुए ग्रामिक के संस्थापक राज यादव ने कहा कि हम संभावित निवेशकों और सरकारी अधिकारियों दोनों से सराहना और समर्थन प्राप्त करके सम्मानित और गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
ग्रामिक टीम की कड़ी मेहनत को मिला परिणाम
इस तरह की मान्यता ने हमें और भी ऊंचे लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि यह वर्षों से पूरी ग्रामिक टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रमाण है और हम उद्योग में सकारात्मक प्रभाव जारी रखने के लिए तत्पर हैं। बताया कि ग्रामिक के उद्देश्य और समाधान राज्य सरकार की कृषि संबंधी योजनाओं के अनुरूप हैं, यह इसे मान्यता के लिए उपयुक्त पसंद बनाता है।
उनके मुताबिक ग्रामिक पूरे भारत में किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले इनपुट, पूर्ण फसल मार्गदर्शन, व्यक्तिगत सलाह और बाजार कनेक्शन की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। बताया गया कि पहले एग्री जंक्शन के रूप में जाना जाने वाला ग्रामिक हाल ही में किसानों, महिलाओं और ग्रामीण युवाओं के लिए गुणवत्ता वाले कृषि इनपुट, विशेषज्ञ ज्ञान, तकनीकी प्रगति और आजीविका व्यवसायिक कौशल तक पहुंच प्रदान करके ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने और बदलने के संगठन के मुख्य लक्ष्य के कारण खुद को फिर से ब्रांड किया है।
इसे भी पढ़ें..
- बीबीसी के कार्यालयों पर आयकर सर्वे के बीच विपक्ष ने सरकार को घेरा
- यूपी: चार मार्च तक नहीं जमा होंगे बिजली बिल, बताई गई ये वजह
- मां-बेटी की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों को दौड़ाकर पीटा, 40 पर हत्या का केस