16 फरवरी 2023, लखनऊ। लोकतंत्र सेनानी व प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता सी. बी. सिंह के प्रथम स्मृति दिवस पर स्मृति सभा का आयोजन हजरतगंज स्थित सी. बी. सिंह स्मृति सभागार में किया गया। इस अवसर पर नगर के व प्रदेश के अन्य जिलें से आये सामाजिक व राजनैतिक कार्याकर्ताओं ने उन्हें याद कर अपनी स्मृतियाँ साझा किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एक अध्यक्ष मंडल ने किया जिनमें परवेज पाशा, भगवती सिंह, आनन्द वर्धन सिंह व डा. रमेश दीक्षित रहे। कार्यक्रम का संचालन ओ. पी. सिन्हा ने किया।
स्मृति सभा में वक्ताओं ने सी. बी. सिंह के विचारों और त्यागपूर्ण संघर्षों के बारे में बताया। वक्ताओं ने कहा कि सी. बी. सिंह ने अपना पूरा जीवन एक वर्ग विहीन, जाति विहीन और पूर्ण समानता पर आधारित प्रगतिशील समाज के लिये समर्पित कर दिया। उन्होंने अपनी त्यागपूर्ण सक्रियता और वैचारिक समझ से बड़ी संख्या में युवाओं और बुध्दिजीवियों को सामाजिक कार्यों के लिए प्रेरित किया और जन आंदोलन को एक नई दिशा दिया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने देश की राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक अवस्था पर भी चर्चा किया। वक्ताओं का कहना था कि हमारे देश की सरकार तेजी के साथ तानाशाही की ओर बढ रही है और इस प्रक्रिया में तमाम संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर कर रही हैं। इस संदर्भ में देश की राजनीति पर बढते पूंजीवाद के नियंत्रण और इस प्रक्रिया में लोकतांत्रिक एवं मानवाधिकारों के क्षरण पर भी चर्चा हुयी। लोगों का कहना था कि इस माहौल में नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकारों और आजादी पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। जाति, धर्म, भाषा के नाम पर पूरे देश में जो ध्रुवीकरण और उन्माद पैदा किया जा रहा है, उससे देश को बहुत खतरा है। आर्थिक नीतियों ने पूंजी की लूट और उसके संकेन्द्रण को चरम पर पहुंचा दिया है, जो देश की पूरी जनता के लिये विनाशकारी है।
कार्यक्रम में सभी उपस्थित वक्ताओं के मध्य इस बात पर सहमति बनी कि हमें मिलकर एक नये तरह के जनांदोलन के लिये साथी सी. बी. सिंह की राह पर चलते हुये जनांदोलन को तेज करना होगा। ऐसा जनांदोलन जो एक साथ सामाजिक, राजनीतिक, वैचारिक एवं सांस्कृतिक सवालों को जोडते हुये आगे बढे। कार्यक्रम में सी बी सिंह की स्मृति में स्मारिका प्रकाशित करने का भी निर्णय लिया तथा इस हेतु सभी से अपने आलेख व संस्मरण को 15 मार्च तक उपलब्ध कराने की अपील भी किया गया। कार्यक्रम का समापन एडवोकेट वीरेंद्र त्रिपाठी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन कर किया गया।
स्मृति सभा में रामकिशोर, कल्पना पांडे, लता राय, कौशल किशोर, भगवान स्वरूप कटियार, विमल किशोर, जय प्रकाश, यादवेंद्र पाल, अरविंद पचौरी, सूर्य देव सिंह, ज्योति राय, शैलेंद्र अस्थाना, के. के. शुक्ला, उदयवीर, सतीश श्रीवास्तव, सन्तोष सिंह, सुशील पांडे, के. पी. यादव, शाशांक सिंह, श्रीकृष्ण, अजय शर्मा, संजय, योगेंद्र उपाध्याय,अजय शेखर सिंह, राजेश पांडे, राजीव पांडे, ओम प्रकाश तिवारी, उदय सिंह, आदि उपस्थित रहे।