नईदिल्ली। चुनावी साल 2023 और लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने जीत की राह में आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए दो दिवसीय कार्यकारिणी की बैठक में नेताओं से चर्चा कर रणनीति बनाई। लोकसभा चुनाव के लिए ही पार्टी ने जेपी नड्डा के कार्यकाल को 2024 तक बढ़ा दिया। इसके अलावा पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी कार्यकर्ताओं से बात की और उन्हें चुनावों का रोडमैप समझाया कि किस तरह हम चुनाव में फिर विरोधियों को परास्त कर सकेंगे।
विकास पर जोर
बैठक में पीएम मोदी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि भारत का सबसे अच्छा युग आ रहा है, हमें इसके विकास के लिए खुद को समर्पित करना चाहिए। यह भारत के लिए सबसे अच्छा समय है और हमें देश के विकास में योगदान देने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। मोदी ने कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि हमें सभी धर्मों और जातियों को साथ लेकर चलने के अलावा कार्यकर्ताओं से यूनिवर्सिटी और चर्च जाने के लिए भी कहा गया। पीएम ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत के वादे को याद दिलाते हुए कहा कि कार्यकर्ताओं को सभी भाषाओं और संस्कृतियों का भी सम्मान करना होगा।
अमार्यादित बयान बाजी से बचे
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि मुस्लिम समाज के बारे में गलत बयानबाजी न करें। कई के बयान अमर्यादित होते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। किसी भी जाति-संप्रदाय के खिलाफ बयान नहीं देना चाहिए। साथ ही कार्यकर्ताओं से अपील की कि उन्हें पासमांदा मुस्लिमों और बोहरा समुदाय से मिलना चाहिए। इसके अलावा उन्हें पढ़े-लिखे और प्रोफेशनल मुस्लिमों से भी बात करनी चाहिए। इसके बदले उनसे वोट की अपेक्षा नहीं की जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने चुनाव को लेकर यह भी कहा कि हमें सक्रिय रहना है और आत्ममुग्ध नहीं होना है। कोई यह नहीं समझें कि मोदी आएगा और जीत दिला देगा। हमें इस मानसिकता से बाहर निकलना होगा। पीएम ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ का उदाहरण देते हुए कहा कि पिछली बार हम अतिआत्मविश्वास के कारण हार गए थे। इस बार हमें इससे बचना होगा। लोगों के बीच रहना होगा और मिलकर मेहनत करनी होगी।
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