लखनऊ । स्मार्ट फोन बच्चों से लेकर बड़ों का सबसे बड़ा साथी बनता जा रहा है अब लोग इसी पर कई—कई घंटों बिता रहे हैं। बच्चों को तो इसकी लत ऐसी लगी है कि वे उनके बिना जीना है जैसे भूल गए है। कुछ ऐसी ही दिल दहलाने वाली घटना यूपी की राजधानी से सामने आई यहां एक बालक ने मोबाइल पर गेम खेलने से मां के मना करने पर फांसी लगाकर जान दे दी। वह संस्कृत विद्यालय में कक्षा तीन का छात्र था। पुलिस के मुताबिक, कई दिनों से छात्र विद्यालय नहीं जा रहा था और मोबाइल पर गेम खेलता था। इस पर बृहस्पतिवार दोपहर को मां ने उसे फटकार लगाई थी।
बहन को बाहर भेज लगा ली फांसी
प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र सिंह के मुताबिक, अनिरुद्ध की बेटी कोमल उनके साथ ही रहती है। कोमल के दो बच्चे आरुष व बेटी विदिशा है। पांच साल पहले पति सुरेंद्र नाथ तिवारी की मौत हो गई थी। कोमल मायके में रहकर आसपास के घरों में खाना बनाने का काम करती है।कोमल के मुताबिक, आरुष कई दिनों से स्कूल नहीं जा रहा था। विद्यालय से शिकायत भी आई थी। बेटा दिनभर मोबाइल गेम खेलता था। इसे लेकर फटकार लगाई थी।बृहस्पतिवार को खाना बनाने चली गईं। इस बीच आरुष ने बहन विदिशा को कमरे से बाहर भेज दिया और फांसी लगा ली। कोमल के मुताबिक, कुछ देर बाद विदिशा कमरे में गई तो उसे लटका देखा था।
बेटे की मौत से मां टूट गई
बच्चों के लिए लोगों के घरों में काम करके जीवन यापन कर रही कोमल का नहीं पता था कि मां की डांट बेटे को इतनी बुरी लगेगी कि वह फांसी लगाकर जान दे देगा, बेटे की मौत से कोमल की पूरी दुनिया ही लूट गई है। वह रात दिन बेटे के गम में बस रोए जा रही है। परिजनों के समझाने पर उसका दुख कम नहीं हो रहा है।
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