छपरा। शराब बंदी वाले बिहार में जहरीली शराब पीने से शुरू हुआ मौत का तांडव रूकने का नाम नहीं ले रहा है। जहां नीतीश कुमार का बयान शर्मनाक है, वहीं विपक्ष सरकार पर लगातार तंज कस रहा है। डिप्टी सीएम तेजस्वी अपना घर संभालने की जगह गुजरात पर टिप्पणी करते हुए नजर आ रहे है। इन सब के बीच बिहार पुलिस भी कही न कही इन मौतों की गुनाहगार नजर आ रही है।
हालांकि विपक्ष के दबाव में लगातार शराब के कारोबार से जुड़े लोगों पर दिखावती कार्रवाई की जा रही है, दिखावटी इसलिए क्योंकि थाने से पकड़ी हुई स्प्रिट गायब हो गई है आशंका है कि इसी स्प्रिट से जहरीली शराब बनाई गई थी। यदि पुलिस की कार्रवाई सही होती तो थाने से सबूत कतई गायब नहीं होते। सूत्रों के अनुसार थाने से ही शराब बनाने के लिए स्प्रिट सप्लाई की गई थी। इस बात का सबूत के तौर पर ग्रामीणों ने वीडियो बनाकर एक्साइज डिपार्टमेंट के मुख्य सचिव केके पाठक को भेजा है।
शिकायत के बाद मुख्य सचिव हरकत में आए और जांच के लिए ज्वाइंट कमिश्नर कृष्णा पासवान और डिप्टी सेक्रेटरी निरंजन कुमार को भेजा। उन्होंने देखा तो जब्त स्प्रिट के ड्रम खुले थे। स्प्रिट गायब थी। अब सैंपल पटना भेजा गया है। जिन लोगों ने शिकायत की है उन्होंने कहा है कि वहीं से चौकीदार और पुलिस की मदद से थाने से स्प्रिट की सप्लाई धंधेबाजों को की गई। कई कंटेनर के ढक्कन गायब हैं।
अब तक 53 की हुई मौत
जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 53 हो गया। पहले दिन मंगलवार को 5 मौतें हुई थीं। इसके बाद बुधवार को 25 और गुरुवार को 19 लोगों की जान गई। शुक्रवार सुबह तक 4 और लोगों को जहरीली शराब निगल गई। सबसे ज्यादा मौतें छपरा के मशरख, अमनौर और मढ़ौरा इलाकों में हुई हैं। ये लोग निजी क्लीनिकों में या घर पर इलाज करा रहे थे। मरने वालों में तीन ऐसे लोग हैं जो खुद ही शराब बेच रहे थे। दूसरी तरफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मशरख के थानेदार और चौकीदार को सस्पेंड कर दिया है जबकि डीम ने मढौरा के एसडीपीओ को ट्रांसफर करने और विभागीय कार्रवाई करने की अनुशंसा विभाग से की है।
48 घंटे में 150 लोग गिरफ्तार
विपक्ष और मीडिया के दबाव को कम करने के लिए एक्साइज डिपार्टमेंट की 7 टीमें छापेमारी कर रही हैं। मशरख के अलग-अलग इलाके से 600 लीटर अवैध शराब बरामद हुई है। अब तक 48 घंटे में 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उधर, CM नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा था कि जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं। सबको अलर्ट रहना चाहिए, क्योंकि जब शराब बंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही। जो शराब पियेगा वो मरेगा। इन सब के बीच देसी शराब का धंधा बदस्तूर जारी है। गुरुवार को पूर्णिया के दो प्रखंडों कसबा और जलालगढ़ में थाने से 200 मीटर की दूरी पर खुलेआम शराब बिकती दिखी। यहां 90 रुपए बोतल शराब मिल रही थी।
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