पटना। बिहार के छपरा और सारण जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है, इसे लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है। लेकिन नीतीश कुमार सख्त कार्रवाई की जगह केवल सरकारी मशीनरी को बचाने में लगे हुए है। इसी क्रम में आज बेशर्मी भरा बयान दे दिया। एक सवाल के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि जो पीएगा वह मरेगा। दरअसल बैन के बाद भी शराब थाने के पास धड़ल्ले से बिक रही है और थाने के आसपास ही ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
सरकार से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 39 लोगों की मौतें हो गई हैं। 30 मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनकी हालत गंभीर है यानी मौतें और बढ़ सकती हैं। जिस मशरक इलाके में घटना हुई है, वहां के थानेदार रितेश मिश्रा समेत 2 लोगों को सस्पेंड किया गया है। जांच के लिए SIT बनाई गई है। अब तक 86 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उधर, CM नीतीश कुमार ने कहा है कि जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं। सबको अलर्ट रहना चाहिए, क्योंकि जब शराब बंदी है तो खराब शराब मिलेगी नहीं वह तो जहर ही होगा जो शराब पियेगा वो मरेगा।
विपक्ष ने किया वाकआउट
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन जहरीली शराब से मौतों को लेकर जमकर हंगामा हुआ। दोपहर बाद भी बीजेपी के विधायक वेल में आकर हंगामा किया और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर वॉकआउट कर दिया। इसके बाद सदन की कार्यवाही अगले दिन के लिए स्थगित कर दी गई।शराब कांड को लेकर सुबह से ही विपक्ष सरकार पर हमलावर है। हंगामे के बीच नीतीश मुस्कुराते रहे। विधानसभा अध्यक्ष अवधबिहारी चौधरी और नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा में बहस भी हुई।राजद के विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि शराब कांड बीजेपी ने कराया है। इधर, RJD के दूसरे विधायक सुधाकर सिंह ने इसे सत्ता संरक्षित नरसंहार कहा है।हंगामे बीच विधानसभा में तीन विधेयक बिहार विनियोग अधिकाई (1989-90) विधेयक 2022, बिहार तकनीकी सेवा आयोग (संशोधन) विधेयक 2022 और बिहार नगर पालिका (संशोधन) विधेयक 2022 ध्वनिमत से पारित हुए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराब से मौतों पर कहा कि शराब पीना तो गलत है ही। लोगों को भी सोचने की जरूरत है। वो क्यों इस तरह की शराब पीते हैं। जहरीली शराब पिएंगे तो मरेंगे ही ना। मैंने महिलाओं के कहने पर ही शराबबंदी की है। इसमें सभी पार्टियों का भी समर्थन था।उन्होंने ये भी कहा कि बीजेपी वाले राजनीति कर रहे हैं। पहले ये बताइए जहां-जहां आपकी सरकार है वहां भी शराब से मौतें हो रही हैं। आपकी सरकार आंकड़े छिपा लेती है।
तेजस्वी ने कहा-गोपालगंज की घटना पर चुप क्यों थी
डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि जब गोपालगंज में घटना हुई थी तो भारतीय जनता पार्टी ने क्यों मौन धारण किया था। विपक्ष के लोगों का जो रवैया है बिहार विधानसभा में बिल्कुल ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा था कि सबसे ज्यादा जहरीली शराब से पिछले 4 सालों में मौत हुई है। अगर हुई है तो भाजपा शासित प्रदेशों में हुई है। पिछले 4 सालों में बिहार से ज्यादा गुजरात में मौत हुई है तो क्या देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इस्तीफा क्यों नहीं मांगा जाता है।
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