दीवाली का संदेश

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diwali message
ज़ुल्म से हमने कहा तुम आतिशबाजी हो, जल चुका बारूद अब तुम राख बना जाओ।

घुट रहा हो दम तो रोशनदान बन जाओ,
तोड़ दो ख़ामोशियां आवाज़ बन जाओ।

जब अमावस्या अंधेरे से डराती हों,
जगमगाती दीपों वाली रात बन जाओ।

ज़ुल्म से हमने कहा तुम आतिशबाजी हो,
जल चुका बारूद अब तुम राख बना जाओ।
– नवेद शिकोह

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