भदोही। यूपी के भदोही जिले में रविवार देर शाम को एक भीषण हादसा हो गया। इस हादसे में तीन बच्चों समेत पांच लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। दरअसल यहां नवरात्र के अवसर पर मां दुर्गा का भव्य पंडाल सजाया गया था। यहां मां का दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे, इसी दौर आग लगने से मौत का तांडव मच गया। इस हादसे में 52 लोग झुलस गए, आनन- फानन में लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जिनमें से पांच गंभीर लोगों को इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया, और 11 को प्राथमिक इलाज के बाद घर भेज दिया गया, शेष भदोही में इलाज चल रहा है। वाराणसी रेफर किए गए तीन बच्चों समेत दो महिलाओं की मौत हो गई। वहीं 41 की हालत गंभीर है। इनके अलावा 11 लोग मामूली रूप झुलसे हैं। यह हादसा औराई क्षेत्र के नरथुआ में हुआ है। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त पंडाल में करीब डेढ़ सौ लोग मौजूद थे।
शार्ट सर्किट से लगी आग
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह हादसा उस समय हुआ जब पंडाल में भगवान शंकर और काली मां के नाटक का मंचन चल रहा था। इससे अफरा-तफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। भीड़ ज्यादा होने की वजह से लोग जब तक बाहर निकलते, उससे पहले आग की चपेट में आ गए। आसपास के लोगों ने किसी तरह से लोगों को बाहर निकाला। एक प्रत्यक्षदर्शी महिला बुद्धी ने बताया कि शॉर्ट-सर्किट की वजह से आग लगी। इसके बाद पूरे पंडाल में फैल गई।
प्रशासन से ली थी अनुमति
समिति ने दुर्गा पूजा की अनुमति ली थी। मगर, परिसर के आस-पास अग्निशमन विभाग की फायर ब्रिगेड नहीं खड़ी थी। 20 मिनट के बाद फायर ब्रिगेड की टीम मौके पहुंची। 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इसके बाद घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। अंदर माता जी की गुफा जैसा पंडाल था। एक तरफ माता जी की मूर्ति लगी थी। प्रत्यक्षदर्शी विनय कहते हैं, शंकर और काली मां की लीला का मंचन हो रहा था। आरती का समय हो चला था। इसलिए पंडाल में 150 से 200 लोग मौजूद थे। अचानक आग लग जाती है। आग देखकर हम लोग दौड़कर पहुंचे। पर्दा खींचकर फाड़ दिए, ताकि लोग बाहर भाग सकें।
इनकी हुई मौत
- हर्षवर्धन (8),
- नवीन (10),
- अंकुश सोनी (12),
- जया देवी (45)
- आरती चौबे (48) हैं।
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