क्या आपकों पता है, यूपी के एक गांव में राशन कार्ड से मिलता है तीसरे दिन पानी

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Do you know, in a village of UP, you get water from the ration card on the third day
यह सांकेतिक चित्र झरने से पानी भरकर लाने का है।

मिर्जापुर। वैसे तो सरकार हर घर में नल जल योजना से पानी पहुंचाने के लिए प्रयास कर रही हैं। सरकार का दावा है कि 2023 तक हर घर को नल से शुद्ध पानी की सप्लाई दी जाएगी। यूपी का ऐसा गांव भी हैं जहां आज भी लोगों को हर तीसरे दिन राशन कार्ड दिखाने के बाद मात्र 15 ​लीटर पानी दिया जाता है। यह स्थिति सुनने में किसी रेगिस्तनी देश की लगती हैं, लेकिन यह हमारे मिर्जापुर जिले के एक गांव की है।

यह हालात है यूपी-एमपी की सीमा पर बसे मिर्जापुर के लहुरियादह गांव की। यहां लोगों को 3 दिनों पर 15 लीटर कार्ड दिखाने के बाद मिलता है। अगर इससे ज्यादा पानी की जरूरत हो तो आपको एक झरने तक जाना होगा। वहां से पानी को भरकर सिर पर लादकर घर तक लाना होगा। पानी की ऐसी किल्लत देखकर लोग अपनी बेटियों की शादी इस गांव के लड़कों से नहीं करते हैं। इसलिए ज्यादातर घरों में कुंवारे लड़के दिख जाते हैं।

जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर बसा हलिया विकासखंड का लहुरियादह गांव पिछड़े इलाके में शामिल है। इस गांव की आबादी करीब 2 हजार है। गांव के लोगों को कार्ड से ही राशन मिलता है और कार्ड से ही पानी की सप्लाई की जाती है। फर्क बस इतना है कि राशन हर महीने 3 किलो मिलता है और पानी हर रोज 5 लीटर मिलता है।

तीसरे दिन आता है टैंकर

गांव में पानी की किल्लत को देखते हुए टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है। ये भी 3 दिन में एक बार ही आता है। टैंकर से एक व्यक्ति के हिसाब से सिर्फ 15 लीटर पानी ही दिया जाता है। इसके लिए लोगों को टैंकर का इंतजार करना पड़ता है। पानी के लिए परिवार का एक सदस्य दिन भर टैंकर का इंतजार करता है।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस गांव में पानी की समस्या होने के वजह से यहां के लड़कों की शादी तक नहीं हो पाती।

चार किमी दूर से लाते है पानी

इस गांव के लोग जब और अधिक की पानी की जरूरत होती है घर से करीब 4 किमी दूर पहाड़ के झरने से पानी लाते हैं। बारिश में तो पानी ठीक मिल जाता है। अन्य महीनों में पानी कम हो जाता है। उसके बाद पहाड़ से धीरे-धीरे पानी कुंड में आए तो पानी को अपने डिब्बे में भरते हैं। सबसे ज्यादा समस्या गर्मी में होती है, चार किमी दूर से पानी लाने में पसीना छूट जाता है।

ग्रामीणों ने बताया कि यह समस्या कई पीढ़ी से चली आ रही है। चुनाव के समय जो भी नेता आते है वह वादा तो जरूर करते है,लेकिन उनका वादा आज तक पूरा नहीं हुआ। वहीं स्थानीय प्रशासन भी टैंकर से पानी सप्लाई कराके इतिश्री कर लेता है, आज तक पानी सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछाने की पहल नहीं हुई। अब सरकार 2023 तक नल जल योजना से हर घर को पानी देने की बात कर रही है, लेकिन इस गाव में इस योजना का कोई लाभ मिलता हुआ नहीं दिखता।

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