लखनऊ। भाकपा (माले) के संघर्षशील नेता का० बाबूराम कुशवाहा का निधन पिछले 12 मई को हो गया था। उनकी स्मृति में विवेकानंद अस्पताल के सामने ओवर ब्रिज के नीचे तमाम रेहड़ी- पटरी दुकानदारों के बीच श्रद्धांजलि सभा आयोजित किया गया जिसमें सभी वक्ताओं ने का बाबूराम कुशवाहा के संघर्ष को आगे बढ़ाने और उनके सपनों को मंजिल तक पहुंचाने का संकल्प लिया।
मजदूरों के ऊपर चौतरफा हमला
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) के जिला प्रभारी का रमेश सिंह सेंगर ने कहा कि बाबूराम कुशवाहा एक साहसी और जुझारू कम्युनिस्ट थे।अन्याय और जुल्म के खिलाफ लड़ाई में हमेशा अग्रणी भूमिका में रहते थे। का बाबूराम कुशवाहा १९९६ में पार्टी के सम्पर्क में आने और लखनऊ में निर्माण मजदूरों के संगठन बनने के बाद वह हमेशा महत्वपूर्ण संघर्षशील नेता की भूमिका में रहे।आज जब देश में गरीबों मजदूरों के ऊपर चौतरफा हमला किया जा रहा है उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। उन्होंने कहा कि आज हम सबको संकल्प लेना होगा कि का बाबूराम कुशवाहा के अधूरे सपनों को आगे बढ़ाने, उन्हें मंजिल तक पहुंचाने के लिए पूरी ताकत से संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी का बाबूराम कुशवाहा के दुःख में पूरी तरह से भागीदार है और बाबूराम कुशवाहा की गैर मौजूदगी में पार्टी उनके परिवार के हर सुख दुःख में उनके साथ खड़ी रहेगी।
सभा में का बाबूराम कुशवाहा के बेटे सोनू ने अपने पिता की गौरवपूर्ण ज़िन्दगी पर गर्व करते हुए उनके रास्ते को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।सभा को इनौस के प्रान्तीय नेता का राजीव गुप्ता, निर्माण मजदूर यूनियन के नेता का नौमीलाल,का गोपाल शुक्ला,का डोरी लाल,का धर्मेंद्र मौर्य,का राम सुन्दर निषाद,का रमेश प्रजापति ने भी सम्बोधित किया।सभा का संचालन निर्माण मजदूर यूनियन के जिला मंत्री का कुमार मधुसूदन मगन ने करते हुए का बाबूराम कुशवाहा के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।इसके पूर्व का बाबूराम कुशवाहा की जीवन संगिनी मुन्नी ने उनके चित्र पर माल्यार्पण किया।