वाराणसी। बाबा विश्वनाथ धाम के करीब स्थित ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर उठे विवाद के बाद सच्चाई जानने के लिए कोर्ट सर्वे करा रहा है। इस मामले में एक बार विरोध को रोक दिया गया था, लेकिन आज भारी सुरक्षा के बीच फिर से सर्वे टीम ज्ञानवापी परिसर पहुंचीं। एडवोकेट कमिश्नर अजय मिश्र, उनके सहयोगी और वादी-प्रतिवादी पक्ष के 52 लोग परिसर के अंदर पहुंचे हैं। फर्स्ट फ्लोर पर सबसे पहले ग्रिल के पास वीडियोग्राफी की गई। इसके बाद अब टीम तहखाने के पास पहुंची है। तहखाने में बिजली की व्यवस्था नहीं है, इसके लिए टीम बैटरी लाइट लेकर गई है।
सख्ती सुरक्षा व्यवस्था
जिला प्रशासन ने ज्ञानवापी परिसर के चारों तरफ 500 मीटर तक आम लोगों की एंट्री बंद करा दी है। करीब एक किमी के दायरे में 1500 से ज्यादा पुलिस और पीएसी के जवान सुरक्षा में लगे हैं। सर्वे दोपहर 12 बजे तक चलेगा। कोर्ट ने सर्वे में वादी-प्रतिवादी पक्ष, दोनों पक्ष के अधिवक्ता, एडवोकेट कमिश्नर और उनकी टीम, डीजीसी सिविल और उनकी टीम, विश्वनाथ मंदिर की टीम और पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों की टीम शामिल हैं। इस सर्वे के बीच मुख्यमंत्री योगी भी वाराणसी दौरे पर हैं। वे पीएम मोदी की प्राथमिकता वाले विकास के कामों की अफसरों के साथ समीक्षा करने पहुंचे हैं।
बैट्री वाली लाइट लेकर गई टीम
वहां से मिल रही जानकारी के अनुसार ग्राउंड फ्लोर पर ग्रिल के पास वीडियोग्राफी करने के बाद टीम तहखाने में जाएगी।पूरे परिसर की वीडियोग्राफी के लिए विशेष कैमरा और लाइट की व्यवस्था की गई है।सुबह आठ बजे के करीब गेट नंबर-4 से ज्ञानवापी परिसर में टीम एंट्री की।गर्भगृह यानी तहखाने में बिजली की व्यवस्था नहीं है, इसके लिए टीम बैटरी लाइट लेकर गई है।ज्ञानवापी के अंदर सर्वे के लिए 52 लोगों की टीम गई है, सभी के मोबाइल बाहर ही जमा करा लिए गए हैं।सुरक्षा को देखते हुए आसपास के घरों की छतों पर रूफ टॉप फोर्स तैनात की गई है।ज्ञानवापी के 500 मीटर के दायरे में हर चौराहे पर बैरिकेडिंग लगा कर रास्ते बंद कर दिए गए हैं।काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालु सिर्फ गेट नंबर-1 से जा रहे हैं, ज्ञानवापी के पास गेट नंबर-4 को बंद रखा गया है।
डीएम ने दोनों पक्ष के साथ की थी चर्चा
सर्वे को लेकर वाराणसी डीएम कौशलराज शर्मा ने शुक्रवार को हिंदू और मुस्लिम, दोनों पक्षों के साथ बैठक की थी। उन्होंने सर्वे के दौरान दोनों पक्षों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। मुस्लिम पक्ष अंजुमन-ए-इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने कहा है कि जब तक सुप्रीम कोर्ट से कोई फैसला नहीं आ जाता है, वह सर्वे में सहयोग करेंगे। दरअसल, कमेटी ने सर्वे रुकवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील की है। लेकिन चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने फाइल देखे बिना कोई फैसला देने से इनकार कर दिया था।
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