नईदिल्ली। देश में एक बार फिर कोरोना वायरस का खतरा तेजी से बढ़ने लगा है। सबसे ज्यादा चिंताजनक बात है कि इस बार कोरोना वायरस का नया वर्जन बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है। बीते कुछ हफ्तों से संक्रमण के गिरते आंकड़ों के बाद एक बार फिर संक्रमितों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। बीते 24 घंटे में देश में कोविड 19 के मामलों में 90 फीसदी का इजाफा हुआ है। एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली के अस्पताल में भर्ती मरीजों में 27 फीसदी बच्चों की संख्या है। इसके अलावा एनसीआर में भी बच्चों में कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आये हैं। वहीं, बढ़ते मामलों को देखते हुए कई लोग कोरोना के चौथे लहर की आशंका भी जता रहे हैं।
कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं बच्चे
दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, सबसे बड़ी बात की बच्चों में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। दिल्ली-एनसीआर में एक सप्ताह के भीतर 50 से ज्यादा बच्चे कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। वहीं, बीते एक दिन में दिल्ली-एनसीआर में 22 नए बच्चों में कोरोना संक्रमण पाया गया। बच्चों में बढ़ता संक्रमण अब डराने लगा है।
डीडीएमए की बैठक
दिल्ली में एक बार फिर कोरोना की दस्तक के बाद सरकार सतर्क हो गई है,बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) बुधवार को अहम बैठक करने जा रहा है। बैठक को कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन से संबंधित कई फैसले किए जा सकते हैं, इससे पहले दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन जारी की थी।
बच्चों के लिए गाइडलाइड
स्कूल खुलने के बाद बच्चों में तेजी से कोरोना फैल रहा है। आंकड़ों में लगातार इजाफा हो रहा है, ऐसे में जरूरी है कि बच्चों को लेकर विशेष सावधानी बरती जाएं। उन्हें मास्क अनिवार्य रूप से पहनाएं जाएं, खान पान पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। इसके अलावा सुरक्षित शारीरिक दूरी का भी पालन करे, अगर कोरोना का हल्का सा भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टरी सलाह ली जाए।
पांच छात्र एक साथ हुए थे संक्रमित
दिल्ली में भी बढ़ते कोरोना केस को लेकर नई गाइडलाइन बीते दिनों ही जारी कर दी गई है। दरअसल, बीते दिनों वसंत कुंज के एक निजी स्कूल में पांच छात्रों और स्टाफ सदस्य कोरोना संक्रमित हो गए थे, वहीं, कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने राजधानी के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की है। इसके अनुसार जिस स्कूलों में छात्र या स्टाफ कोरोना पॉजिटिव होते हैं तो पूरे स्कूल को बंद कर दिया जाएगा। मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का फिर से कड़ाई से पालन हो। हाथ धोने और सैनिटाइज करते रहें। शिक्षक, छात्रों और अभिभावकों को कोरोना को लेकर जागरुक करने का काम करते रहें।
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