गोदरेज अप्लायंसेज ने ई-कचरा के प्रति जागरूकता पर जोर दिया

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Godrej Appliances emphasizes on awareness of e-waste
ई - कचरा एकत्र किया गया, और अधिकृत रीसाइक्लिंगर्स और डिसमैंटलर्स को चैनलाइज्ड किया गया।

लखनऊ-बिजनेस डेस्क। गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी, गोदरेज एंड बॉयस ने घोषणा की कि उनके व्यवसाय गोदरेज अप्लायंसेज ने राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल और ग्लोबल वेस्ट सॉल्यूशन के सहयोग से ई-कचरा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए राजस्थान में दो सप्ताह के ई – कचरा संग्रह अभियान को पूरा किया। अभियान के अंतर्गत, औद्योगिक इकाइयों, आवासीय क्षेत्रों, आरडब्ल्यूए, वाणिज्यिक बाजारों और अनौपचारिक हॉट स्पॉट से ई – कचरा एकत्र किया गया, और अधिकृत रीसाइक्लिंगर्स और डिसमैंटलर्स को चैनलाइज्ड किया गया।

छह शहरों से एकत्र किए गए 232 मीट्रिक टन (232,000 किलोग्राम) ई – कचरे में से 38.5 मीट्रिक टन (38,500 किलोग्राम) ई – कचरे को 150 से अधिक आवासीय परिसरों से एकत्र किया गया और लोगों के बीच जागरूकता पैदा की गयी। वर्षों से, गोदरेज अप्लायंसेज ने भारत बनाम ई – कचरा अभियान के बैनर तले विभिन्न शहरों को कवर करते हुए कई कार्यक्रम चलाए हैं, ताकि नागरिकों के बीच उचित ई – कचरा निस्तारण के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा की जा सके। पिछले वर्ष, गोदरेज अप्लायंसेज द्वारा कुल 15,600 मीट्रिक टन (पंद्रह मिलियन किलोग्राम से अधिक) ई – कचरा एकत्र किया गया था और इस वर्ष 20,000 मीट्रिक टन (बीस मिलियन किलोग्राम) ई – कचरा एकत्र करने का लक्ष्य है।

टोल – फ्री नंबर जारी

ई – कचरा संग्रहण की सुविधा के लिए, ब्रांड ने टोल – फ्री नंबर 1800 209 5511 उपलब्ध कराया है। उपभोक्ता टोल – फ्री नंबर पर कॉल करके आसानी से पिकअप शेड्यूल कर सकते हैं। इस पहल के बारे में बताते हुए, गोदरेज एंड बॉयस की सहायक कंपनी, गोदरेज अप्लायंसेज के बिजनेस हेड और कार्यकारी उपाध्यक्ष, कमल नंदी ने कहा, “गोदरेज में पर्यावरण का प्रमुखता से ध्यान रखा जाता है और हम पूरी मूल्य शृंखला में उपयुक्त ई-कचरा रिसाक्लिंग के प्रति संकल्पित हैं। इसने राज्य शासी निकायों और अन्य संस्थानों के साथ भारत बनाम ई-कचरा पहल को बड़े पैमाने पर ले जाने के लिए हमें प्रेरित किया है।

इलेक्ट्रॉनिक्स और उपकरणों का सुरक्षित तरीके से निस्तारण किया जा सके। हमारा टोल – फ्री नंबर और आसानीपूर्वक उपयोग वाला क्यूआर कोड उपभोक्ताओं को आसानी से ई-कचरा पिक – अप शेड्यूल करने में मदद करेगा। टिकाऊपन पर जोर केवल ई – कचरा अभियान और जागरूकता अभियानों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि हमारे पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों और ग्रीन विनिर्माण प्रक्रियाओं में भी स्पष्ट रूप से झलकता है।”

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