लखनऊ—बिजनेस डेस्क। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, भारत की सबसे भरोसेमंद और अग्रणी जीवन बीमा कंपनियों में से एक, ने लखनऊ में श्वसन विफलता के कारण होने वाली नवजात मौतों की समस्याओं को हल करने के लिए स्वर्गीय एससी त्रिवेदी मेमोरियल ट्रस्ट अस्पताल के साथ सहयोग किया। इस हेतु, कंपनी ने एसएलई 1000 सीपीएपी श्वसन उपकरण दान किये जिनसे अस्पताल को बाल चिकित्सा संबंधी कई आपात स्थितियों से निपटने में मदद करेगा, जैसे निमोनिया, कोविड -19, ब्रोन्कियल अस्थमा आदि के कारण श्वसन विफलता।
एनआईसीयू से बचेगी बच्चों की जान
अच्छी तरह से सुसज्जित एनआईसीयू के साथ, अस्पताल प्रति माह लगभग 10 से 15 शिशुओं का जीवन बचा सकेगा, जिससे यह प्रति वर्ष 120 से 180 शिशुओं की जान बचा सकेगा। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के क्षेत्रीय निदेशक – लखनऊ, श्री दलजीत सिंह राखरा ने डॉ अभिषेक शुक्ला, ट्रस्टी और डॉ अमिता शुक्ला चिकित्सा निदेशक, स्वर्गीय एससी त्रिवेदी मेमोरियल मदर एंड चाइल्ड केयर ट्रस्ट, एसबीआई लाइफ के आरएम,आईए चैनल, श्री मधुकर नाथ और अन्य सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों के साथ चेक प्रदान किया। इस परियोजना का उद्देश्य विभिन्न श्वसन समस्याओं से पीड़ित समय-पूर्व या जन्म के समय कम वजन वाले शिशुओं को सही चिकित्सा देखभाल प्रदान करना है।
इस पहल से ऐसे अपरिपक्व शिशुओं जिनके शरीर के महत्वपूर्ण अंग जैसे फेफड़ों, श्वसन प्रणाली और कम शारीरिक अविकसित स्थिति में होते हैं, उनके लिए समय से हस्तक्षेप किया जा सकेगा। नवंबर 2021 में जारी पांचवें राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस -5) के अनुसार, उत्तर प्रदेश में नवजात मृत्यु दर सबसे अधिक है और यह वर्ष 2019 से 2021 की अवधि के दौरान प्रति 1000 जीवित जन्म पर 35.7 मृत्यु रही [1]। इस तरह के सहयोग से समय से पहले बच्चों के जीवन को बचाने और गरीब शिशुओं को श्वसन सहायता प्रदान करने में मदद मिलेगी।
बच्चों के लिए धमार्थ कार्य
स्वर्गीय एससी त्रिवेदी मेमोरियल ट्रस्ट हॉस्पिटल 30 बिस्तरों वाली एक धर्मार्थ, विशेष संस्था है जो महिलाओं, बच्चों, नवजात शिशुओं, समयपूर्व जन्म लेने वाले शिशुओं, विकलांग एवं मानसिक मंदता की शिकार महिलाओं के लिए समर्पित है। यह ट्रस्ट परेशानियों से जूझ रही महिलाओं और बच्चों को अत्यावश्यक चिकित्सा देखभाल प्रदान करता है, यह उन विकलांग महिलाओं को दीर्घकालिक देखभाल सेवा भी प्रदान करता है जो स्वलीनता, एकाग्रता के अभाव, डिस्लेक्सिया, डाउन सिंड्रोम और स्मृति लोप से पीड़ित हैं।
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