अमृतसर। पंजाब के अमृतसर में बार्डर सिक्योरिटी फोर्स के खासा हेडक्वार्टर से आज सनसनीखेज वारदात सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ड्यूटी से नाराज एक जवान ने अपने ही साथियों पर फायरिंग कर दी। अपने साथियों पर फायरिंग करने के बाद जवान ने खुद को भी गोली मार ली। वहीं घटना में आरोपी समेत पांच जवानों की मौत हो गई है।
कुछ साथियों से भी था नाराज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमृतसर से करीब 13 किलोमीटर दूर स्थित बीएसएफ खासा हेडक्वार्टर में बीएसएफ की 144 बटालियन तैनात है। बताया गया कि ड्यूटी के लिए कर्नाटक निवासी कांस्टेबल सत्तेप्पा एसके अपने कुछ साथियों से नाराज चल रहा था। मिली जानकारी के अनुसार रविवार सुबह बीएसएफ कैंपस में जवानों के लिए बनाई मेस में जवान नाश्ता कर रहे थे।
इस दरम्यान सत्तेप्पा अपने हाथों में सर्विस राइफिल लेकर वहां पहुंचा और उसने बिहार के हवलदार राम विनोद, महाराष्ट्र के रहने वाले हवलदार तोरस्कर डीएस, जम्मू एवं कश्मीर के रहने वाले हवलदार रतन सिंह और पानीपत (हरियाणा) के रहने वाले हवलदार बलजिंदर कुमार सहित अन्य पर फायरिंग शुरू कर दी।
अपने ही साथियों पर यूं बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां
बताया गया कि इसमे दो जवानों की मौके पर ही मौत हो गई थी। सत्तेप्पा ने अपने साथियों पर अंधाधुंध फायरिंग करने के बाद खुद को भी गोली मार ली। सत्तेप्पा और फायरिंग में जख्मी हुए कांस्टेबल राहुल सहित तीन अन्य कर्मचारियों को गुरु नानक देव अस्पताल में ले जाया गया, जहां सत्तेप्पा की भी मौत हो गई।
इस फायरिंग में हवलदार राम विनोद, तोरस्कर डीएस, रतन सिंह तथा बलजिंदर कुमार की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक राहुल सहित बीएसएफ के तीन अन्य कर्मचारियों की हालत गंभीर बनी हुई है। बताया गया कि कांस्टेबल सत्तेप्पा से ज्यादा ड्यूटी ली जा रही थी।
ज्यादा ड्यूटी लिए जाने से परेशान था जवान
बताया गया कि कांस्टेबल सत्तेप्पा से ज्यादा ड्यूटी ली जा रही थी। इसे लेकर वह परेशान था। मिली जानकारी के मुताबिक ड्यूटी को लेकर ही इस कांस्टेबल की शनिवार को अपने एक अधिकारी से गर्मागरम बहस भी हुई थी। इधर अस्पताल में घायल बेटे के पास मौजूद उमा देवी के मुताबिक उनका बेटा राहुल रविवार सुबह नाश्ता करके ड्यूटी पर गया था, यहां एक पागल कर्मचारी ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी।
इसमें कई लोगों की मौत हो गई जबकि उनका बेटा गंभीर रूप से जख्मी हो गया। इधर दूसरी तरफ मौके पर पहुंचे बार्डर सिक्योरिटी फोर्स के आईजी स्तर के अधिकारी के मुताबिक आपसी झगड़ा या ड्यूटी विवाद नहीं था। मामले को लेकर कोर्ट आफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं। साथ ही मामले को लेकर पुलिस भी जांच कर रही है।
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