केन्द्रीय बजट पूरी तरह कारपोरेट के पक्ष में व मेहनतकश जनता के जीवन में और अनिश्चितता लाने वाला बजट है।

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1 फरवरी 2022, लखनऊ। आम बजट 2022-23 पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सोशलिस्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष रामकिशोर व पीपुल्स यूनिटी फोरम के संयोजक एडवोकेट वीरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि इस बजट के केन्द्र में आम आदमी नहीं है। आम जनता महंगाई, बेरोजगारी से जूझ रही है इस पर कोई ध्यान नही दिया गया है उल्टे आम बजट में मनरेगा का बजट 25.5 प्रतिशत घटा दिया गया है।

उन्होंने जारी विज्ञप्ति में बताया कि इस बार यानी वित्त वर्ष 2022-23 के लिए मनरेगा के मद में 73000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। यह बीते वित्त वर्ष के संशोधित बजट 98000 करोड़ रुपए से 25.5 फीसदी कम है।
उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र में भी बजट राशि को कम किया गया है, सिंचाई की व्यवस्था पर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह बजट पूरी तरह कारपोरेट के पक्ष में व मेहनतकश जनता के जीवन में और अनिश्चितता लाने वाला बजट है।

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