लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ में हुई सरदार सतनाम सिंह हत्याकांड के पीछे बड़ी साजिश बताई जा रही है। मामले को लेकर पुलिस पूरी मुस्तैदी से जांच में जुटी हुई है। दरअसल लखनऊ के चौपटिया इलाके में रहने वाले सरदार सतनाम सिंह का शव रविवार को घर के अंदर मिला था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला था। वहीं ऐसी आशंका भी जताई जा रही है कि लूटपाट के दरम्यान सरदार सतनाम की हत्या की गई । वहीं खबर लिखे जाने तक मृतक की बेटी गुड़िया और बेटे हरप्रीत का अभी तक पता नहीं चल पाया है। बताया गया कि दोनों मानसिक रूप से कमजोर भी हैं। वहीं सतनाम का ई—रिक्शा भी गायब है।
पुलिस की जांच यूं बढ़ रही आगे
इस बाबत सआदतगंज इंस्पेक्टर बृजेश कुमार के मुताबिक सतनाम के ई—रिक्शा का नम्बर UP 32 GN-0138 है। बताया गया कि इस नंबर के सहारे गाड़ी की तलाश जारी है। वहीं सतनाम का फोन भी गायब है। उनके मुताबिक फोन नंबर की लोकेशन और कॉल डिटेल भी निकाली जा रही है।
उनके दोनों बच्चों का पता लगाने के लिए इलाके का हर CCTV कैमरा खंगाला जा रहा है। बताया गया कि किसी परिजन के मौजूद न होने के कारण से अभी तक सतनाम के शव का पोस्टमार्टम भी नहीं हो सका है।
आखिरी बार 22 जनवरी को देखे गए थे सतनाम
मीडिया में चल रही खबरों के हवाले से पुलिस के मुताबिक सतनाम का मकान नम्बर बी—2 है। बताया गया कि उनके पड़ोस के मकान बी—3 में रहने वाले रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने 22 जनवरी की शाम करीब 7 बजे आखिरी बार सतनाम को देखा था। बताया गया कि इसके बाद से उनका दरवाजा नही खुला।
वहीं यह भी बताया गया कि सतनाम अक्सर दोनों बच्चों को घर के अंदर बंद करके ही बाहर जाते थे। उनका बेटा कभी—कभी ई रिक्शा चलाता था। मगर अधिकतर समय वो घर में ही रहता था। बताया गया कि सतनाम की पत्नी की 1991 में ही मौत हो गयी थी और तभी से वह दोनों बच्चों की देखभाल कर रहे थे।
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