नई दिल्ली। यूपी का चुनावी फिल्मी स्क्रिप्ट की तरह आगे बढ़ रहा हैं जिस तरह से हमारे पोर्टल के वरिष्ठ कालमनिष्ट ने लिखा ठीक उसी राह पर राजनीतिक पार्टियां आगे बढ़ रही है। रावण ने गठबंधन न होने से प्रदेश के 33 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर दीं। वहीं बेटे को टिकट दिलाने की चाह में बीजेपी सांसद जोशी ने इस्तीफा देने तक की पेशकश कर दी।
अकेले दम पर चुनाव लड़ेंगे: चंद्रशेखर
आजाद समाज पार्टी के मुखिया रावण ने सपा के साथ गठबंधन न होने के बाद अकेले दम पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। उनकी आजाद समाज पार्टी ने 33 सीटों पर उम्मीदवारों उतारने की घोषणा कर दी है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मैं एक युवा हूं और मैंने सिर्फ परेशानियों से लड़ना सीखा है। मैंने पांच साल में बहुत कुछ देखा औए खोया है।
वहीं अपनी बात को अगो बढ़ाते हुए चंद्रशेखर आजाद ने कहा, ‘मैं सरकार से कभी डरा नहीं। मेरा डर था कि विपक्ष के बिखराव की वजह से बीजेपी वापस लौटी है तो अच्छा नहीं है। सबको सत्ता से मतलब लेकिन हमारी लड़ाई सत्ता की नहीं है।’ आजाद ने कहा, ‘पिछले दो महीने में हमारे साथ छल हुआ, कुछ लोगों के हंसी का विषय होगा कि चंद्रशेखर को बेवकूफ बना दिया। लेकिन मैंने इस बार भी मंत्रिपद और बाकी चीजों को ठोकर मार दी।’
बेटे को टिकट के बदले रीता बहुगुणा ने की बगावत
प्रयागराज की भाजपा सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी को भाजपा से विधानसभा चुनाव का टिकट मिलने पर संशय पैदा हो गया है। सूत्रों के अनुसार पार्टी ने साफ कर दिया है कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति को टिकट मिलेगा। जिस पर रीता बहुगुणा जोशी ने सांसद पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी है।उन्होंने पार्टी नेतृत्व के सामने यह प्रस्ताव रख दिया है कि यदि पार्टी उनके बेटे को लखनऊ से टिकट देती है तो वह सांसद पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। रीता बहुगुणा बेटे के टिकट के लिए किसी भी कुर्बानी के लिए तैयार हैं।
भाजपा ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर निशाना साधा है। पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही है कि हिंदुओं के खिलाफ ज्यादा घृणा कौन उगल सकता है और हिंदुओं के खिलाफ बोलने वालों को कौन सी पार्टी आश्रय दे सकती है।’
पात्रा ने यह आरोप लगाए
मालूम हो कि कल कांग्रेस के यूपी प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में मौलाना तौकीर रजा खान ने कांग्रेस को अपना समर्थन दिया। मीडिया ने इन्हीं मौलाना के वीडियो को दिखाया था, जिसमें वो हिंदुओं के खिलाफ जहर उगल रहे थे। वे कह रहे थे कि अगर कानून व्यवस्था उनके जवानों के हाथ में आ जाए तो हिंदुओं को हिंदुस्तान में रहने की जगह तक नहीं मिलेगी। वे ये भी करते हैं कि हिंदुस्तान का नक्शा तक बदल देंगे।कैराना से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नाहिद हसन के खिलाफ भाजपा ने आवाज उठाई थी, आज वो जेल में हैं। ये वही नाहिद हसन हैं जिसने हिंदुओं के खिलाफ जहर उगला था और कैराना से हिंदुओं के पलायन के लिये जिम्मेदार थे।
दो समुदायों के बीच लगातार जहर उगलना, दो समुदायों को किस प्रकार से दंगों में झोंकना यही असलम चौधरी विधानसभा धौलाना का काम रहा है। असलम चौधरी को भी समाजवादी पार्टी ने प्रमोट किया है।मोहर्रम अली पप्पू को समाजवादी पार्टी द्वारा टिकट दिया गया है और ये सहारनपुर गुरुद्वारा हिंसा के मास्टरमाइंड है। गुरुद्वारे में किस प्रकार से हिंसा करवाई थी मोहर्रम अली ने ये हम सभी ने देखा है।कल महाराष्ट्र में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री के लिए जैसे शब्दों का प्रयोग किया है, उन्हें दोहराया भी नहीं जा सकता। इससे स्पष्ट है कि पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में जो चुक हुई, वो प्रयोग था, संयोग नहीं था।
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