बागपत। यूपी के बागपत जिले में उस समय हड़कंप मच गया,जब शादी के दौरान पहुंची युवक की दूसरी बीवी ने अपने मायकेवालों के साथ मिलकर सौहर का तीसरा निकाह रुकवा दिया। इसको लेकर उनके साथ मारपीट की गई। कोतवाली से शौहर को छोड़ने व पुलिसकर्मी के अपशब्द बोलने पर महिला के मायकेवालों ने कोतवाली में जमकर हंगामा किया।
गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र के युवक ने बताया कि उनकी बहन का निकाह खेकड़ा थाना क्षेत्र के एक युवक के साथ छह साल पूर्व हुआ था। इसके बाद में पता चला था कि बहनोई ने जम्मू-कश्मीर की युवती से पहले ही निकाह कर रखा है। जिनके एक बेटी भी है। उनकी बहन से धोखाधड़ी से निकाह किया गया है। थोड़े दिन बाद ही बहन को ससुरालीजन प्रताड़ित करने लगे थे। मामला अभी अदालत में विचाराधीन है।
युवक ने आरोप लगाए कि बहनोई रविवार को तीसरा निकाह रचाने के लिए बागपत कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में बरात लेकर पहुंच गए। जानकारी मिलने पर वह अपनी बहन व अन्य परिजन के साथ निकाह समारोह में पहुंचे और बहनोई की करतूत की पोल खोली तो उनके साथ मारपीट की गई। पुलिस मौके पर पहुंची और बहनोई (दूल्हे) समेत कई लोगों को कोतवाली ले आई, लेकिन सेटिंग कर थोड़ी देर बाद ही छोड़ दिया गया। उनके विरोध करने पर पुलिस ने बहनोई को दोबारा पकड़ा। वहीं दूल्हे का कहना है कि उसका पहली पत्नी से तलाक हो चुका है। उधर कोतवाली प्रभारी तपेश्वर सागर का कहना है कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस पर लगाए गए आरोप निराधार है।
मोबाइल से वीडियो बनाई गई
पीड़ित स्वजन का आरोप है कि पुलिस ने दूल्हे पक्ष से रुपये लिए। विरोध करने पर पुलिसकर्मी ने उनके साथ गाली-गलौज कर अपशब्द कहें। जिसकी उनके द्वारा मोबाइल से वीडियो बनाई गई। बाद में पुलिस ने उनसे जबरन मोबाइल लेकर वीडियो डिलीट की। पीड़ित महिला का कहना है कि शौहर ने एक कमरे में उनके सामने तीन बार तलाक बोला था, लेकिन लिखापढ़ी में कोई तलाक नहीं हुआ।
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