लखनऊ-अवनीश पांडेय। उत्तर प्रदेश की राजनीति में राजभर समाज को चर्चा में लाने वाले, ओमप्रकाश राजभर के बीजेपी ने शामिल होने की कवायद फिर से तेज हो गई है। यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सियासी सरगर्मियां तेज होने लगी हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर भाजपा के साथ जाने को फिर तैयार हो गए हैं, लेकिन अभी भी राजभर ने कुछ शर्तें रखी है। राजभर ने कहा कि जो भी पार्टी इन मांगों पर समझौता करना चाहेगी। 27 अक्टूबर को मऊ के हलधरपुर मैदान में उसके साथ गठबंधन की घोषणा की जाएगी।
बीजेपी को बताई अपनी प्रमुख मांगें
संकल्प मोर्चा सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करने, देश में पिछड़ी जाति की जातिवार जनगणना, प्रदेश में घरेलू बिजली का बिल माफ करने, सभी को स्नातकोत्तर तक मुफ्त शिक्षा, पुलिस की बॉर्डर सीमा समाप्त करने, पुलिस संगठन पर रोक हटाने, होमगार्ड, पीआरडी और ग्रामीण चौकीदार को पुलिस के बराबर वेतन व मदद।
ओपी राजभर ने 27 अक्टूबर को अपने पार्टी की गठबंधन तय करने की तारीख रखी है आपको बता दें कि 2002 में इसी तारीख को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की स्थापना हुई थी ओपी राजभर इस दिन कार्यक्रम का आयोजन किए हैं जिसमें उन्होंने दलितों, पिछड़ों और वंचित वर्ग के लोगों को आयोजन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। जिसे राजभर ने किसान पंचायत के तर्ज पर महापंचायत का नाम दिया है।