लखीमपुर खीरी। यूपी के लखीमपुर खीरी में रविवार को हुए बवाल में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बेटे आशीष की गाड़ी से कुचलकर किसानों की मौत के मामले में पुलिस ने आशीष के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। वहीं आशीष समेत 14 लोगों के खिलाफ बलवा और साजिश रचने का मामला भी कायम किया गया है। मालूम हो कि लखीमपुर खीरी में रविवार को किसान आंदोलन के बीच भड़की हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई थी।
बवाल की सूचना मिलते ही मृतकों के परिवारों से मिलने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी देर रात दिल्ली से लखनऊ पहुंच गई थीं। इसके कुछ देर बाद वे लखीमपुर के लिए रवाना हुईं। लेकिन अल सुबह प्रियंका गांधी को पुलिस ने सीतापुर जिले में हरगांव बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया। प्रियंका रूट बदलकर पुलिस की नजरों से बचते हुए लखीमपुर जा रही थीं। उन्हें पीएसी गेस्ट हाउस ले जाया गया है। डीएम एसपी सहित भारी पुलिस फोर्स मौके पर हैं। उधर, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी लखीमपुर-खीरी जाने की बात की थी। उनके घर के बाहर पुलिस की भारी फोर्स लगा दी गई है।
प्रियंका बोलीं- अरेस्ट करो हम खुशी से जाएंगे
पुलिस द्वारा कांग्रेस नेता को हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा आग बबूला हो उठीं। उन्होंने पुलिस से कहा- ‘अरेस्ट करो हम खुशी से जाएंगे। लेकिन जिस तरह धक्का-मुक्की की गई। इसमें फिजिकल असॉल्ट, अटेंप्ट टू किडनैप, किडनैप, अटेंप्ट टू मोलेस्ट, अटेंप्ट टू हार्म की धाराएं लगती हैं। समझे। मैं समझती हूं। छूकर देखो मुझे। जाकर अपने अफसरों मंत्रियों से वारंट लाओ, ऑर्डर लाओ। महिलाओं को आगे मत करो। मुझे धकेल कर लाए हो। प्रदेश में यह नहीं चलेगा। देश का कानून चलेगा। तुम्हें कोई हक नहीं है। हेलो सीओ साहब ऑर्डर कहां है? ऑर्डर निकालिए। कौन से ऑर्डर से रोका है आपने मुझे। इसमें मुझे बिठाओगे? ये है लीगल स्टेटस तुम्हारा। इस पर सीओ ने पुलिस वालों को आदेश किया कि पहले (प्रियंका गांधी को) तो अरेस्ट करो।’
2. यूपी के दुःखद खीरी काण्ड में भाजपा के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जाँच व पीड़ितों के साथ न्याय तथा दोषियों को सख्त सजा संभव नहीं लगती है। इसलिए इस घटना की, जिसमें अब तक 8 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, न्यायिक जाँच जरूरी, बीएसपी की माँग।
— Mayawati (@Mayawati) October 4, 2021
स्थिति को काबू में करने के लिए योगी सरकार ने रविवार की रात अफसरों के साथ बैठक के बाद सियासी नेताओं के लखीमपुर जाने पर रोक लगा दी। उन्होंने कहा है कि जो भी जाने की कोशिश करेगा, उसे गिरफ्तार किया जाएगा। सिर्फ भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को लखीमपुर जाने की अनुमति मिली है। डीजीपी की तरफ से कहा गया है कि एडीजी एलओ, एसीएस एग्रीकल्चर, आईजी रेंज और कमिश्नर मौके पर हैं और स्थिति नियंत्रण में है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पर्याप्त फोर्स की तैनाती की गई है।
यह नेता लखीमपुरखीरी जाने की तैयारी में
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, पूर्व सीएम अखिलेश यादव, रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी, आजाद समाज प्रमुख चंद्रशेखर आजाद, बसपा महासचिव सतीश मिश्रा, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव समेत तमाम नेता जिले में पहुंचकर पीड़ितों के परिवार से मिलने की तैयारी में हैं। फिलहाल अखिलेश यादव के लखनऊ स्थित घर के बाहर पुलिस पहरा है।
बसपा नेता मिश्रा को घर में किया बंद
लखनऊ में बसपा नेता सतीश मिश्रा को रविवार रात में ही हाउस अरेस्ट कर लिया गया। चंद्रशेखर आजाद देर रात खीरी के लिए रवाना हुए। सीतापुर टोल प्लाजा पर उनके काफिले को रोका गया। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर आज लखीमपुर पहुंचेंगे।
लुधियाना के IPS अजयपाल खीरी भेजे गए
खीरी में गरमा रहे माहौल को काबू करने के लिए कई आईपीएस अजयपाल तैनात किए गए हैं। लखनऊ से एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को भेजा गया है। लंबे समय से साइडलाइन चल रहे एसपी स्तर के अधिकारी अजयपाल शर्मा को खीरी रवाना कर दिया है। वह मूलत: पंजाब में लुधियाना के रहने वाले हैं। खीरी में जिन किसानों की मौत हुई है, वह भी मूलत: पंजाब के रहने वाले हैं। ऐसे में डैमेज कंट्रोल की कोशिशें जारी हैं।
टिकैत रात में ही पहुंच गए
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत देर रात लखीमपुर के तिकुनिया पहुंच गए। उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया। इसके बाद मृत किसानों के अंतिम दर्शन किए। उन्होंने 5 बड़ी मांगे उठाई हैं। सबसे बड़ी मांग केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र, उनके बेटे आशीष मिश्र मोनू की गिरफ्तारी है। उन्होंने कहा, जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है शवों का अंतिम संस्कार नहीं होगा। प्रशासन मान मनौव्वल में जुटा है।
राकेश टिकैत की 5 बड़ी मांग
- प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगे
- मृतकों के परिवार को एक करोड़ का मुआवजा
- मृतकों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी
- सांसद के बेटे समेत 9 नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी
- अजय मिश्र की मंत्री पद से बर्खास्तगी
किसी के बहकावे में न आएं, घरों में रहें- योगी
लखीमपुर में हुई हिंसा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए कहा कि सरकार मामले की तह तक जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में रहें और किसी के बहकावे में न आएं।वहीं, सीएम योगी आदित्यानाथ ने एक हाई लेवल मीटिंग की। इसमें फैसला लिया कि यदि विपक्षी नेता लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया जाएगा। इसके बाद तमाम बड़े नेताओं के घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। हालांकि, किसान नेता राकेश टिकैत को जाने की छूट दी गई है।