लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां लगातार मेहनत कर रही है। इस क्रम में कांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने के लिए राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी प्रयास कर रही है। दो सप्ताह के बाद सोमवार को फिर कांग्रेस नेता प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचीं। चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद से वह सीधा जापलिंग रोड पर कौल हाउस गई। उनका आज कांग्रेस कमेटी के ऑफिस जाने का कार्यक्रम निरस्त हो गया है। कांग्रेस से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह से वह पार्टी के दफ्तर में बैठक करके रणनीति बनाएंगी।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा इस बार पांच दिन राजधानी में रहकर 2022के व्यू रचना करेगी। लखनऊ में अपने पांच दिन के प्रवास पर वह कांग्रेस की प्रतिज्ञा यात्रा और प्रदेश के विभिन्न शहरों में अपनी जनसभाओं को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के साथ विस्तृत चर्चा करेंगी। उनका प्रयास संगठन के भीतर उपजे असंतोष को थामने का भी है। प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस को लगातार लग रहे झटकों के बीच में भी प्रियंका की कोशिश है कि वह पार्टी की चुनावी तैयारियों को आगे बढ़ाएं।
पिछला दौरा रह गया था अधूरा
आपकों बता दें कि प्रियंका गांधी का पिछला दौरा अधूरा रहा गया था। वह पिछली बार जब वह लखनऊ से गई थीं तो कांग्रेस प्रदेश में 20-21 सितंबर से प्रतिज्ञा यात्रा निकालने की तैयारी में जुटी थी। इसी दौरान प्रियंका की 29 सितंबर को मेरठ और अक्टूबर के पहले हफ्ते में वाराणसी व आगरा में चुनावी जनसभाएं कराने की योजना थी।आपकों बता दें कि कांग्रेस में नेतृत्व को लेेकर पिछले कई सालों से संघर्ष की स्थिति बन रही है। कुछ नेता खुलकर इस विषय में बोलते रहते हैं तो कुछ नेता कांग्रेस का हाथ छोड़कर दूसरी पार्टियों के साथ चल रहे है।
ऐसे में प्रियंका गांधी की कोशिश है कि वह पार्टी को मजबूत करने के लिए बूथ स्तर तक की रणनीति बनाएं। आपकों बता दें कि प्रदेश संगठन में असंतोष और उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने के बाद मीरजापुर की मड़िहन सीट के पूर्व विधायक व प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष रहे ललितेशपति त्रिपाठी ने भी बीते दिनों पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। लिहाजा पार्टी अब प्रतिज्ञा यात्रा और प्रियंका की जनसभाओं का सिलसिला पितृपक्ष के बाद नवरात्र में शुरू करने की तैयारी कर रही है।
लखनऊ प्रवास के दौरान प्रियंका कांग्रेस संगठन के अंतर्कलह से भी पार पाने की कोशिश करेगी। लखनऊ प्रवास के दौरान वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ पुराने पदाधिकारियों से भी बातचीत कर सकती हैं। कांग्रेस के चुनाव अभियान की तैयारियों को अंतिम रूप देना भी उनके लखनऊ प्रवास का मकसद होगा। न सिर्फ वह कांग्रेस की प्रतिज्ञा यात्र के प्लान को फाइनल टच देने की कोशिश करेंगी बल्कि इसी के साथ प्रदेश के विभिन्न शहरों में अपनी जनसभाओं की श्रृंखला का स्वरूप तय करेंगी।