भारत बंद के दौरान प्रदेश की राजधानी में प्रदर्शन करते लोग।
लखनऊ। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर हुए भारत बंद के समर्थन में पूरे देशभर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। लखनऊ में भी संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले विभिन्न जन संगठनों के कार्यकर्ताओं ने परिवर्तन चौक पर एकत्रित होकर जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के शिवाजी राय, किसान सभा के अतुल अंजान, किसान यूनियन के ललित त्यागी, आंल इंडिया वर्कस कौंसिल के ओ पी सिन्हा, एडवा की मधु गर्ग, संयुक्त मोर्चा के संतोष परिवर्तक आदि शामिल थे।
भारत बंद के समर्थन में किसानों की रैली
इस अवसर पर भारत बंद के समर्थन में श्रमिक संगठनों ने दारुल शफा से पैदल मार्च कर परिवर्तन चौक पहुंचे। पैदल मार्च का नेतृत्व सीटू के प्रेमनाथ राय, इंटक के एच एन तिवारी, एटक के चन्द्रशेखर ने किया।परिवर्तन चौक पर हुये विरोध प्रदर्शन को विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने सम्बोधित कर तीन कृषि कानूनों व श्रम कानूनों को रद्द करने की मांग किया। सभा को संबोधित करते हुए किसान नेता शिवाजी राय ने कहा कि कम्पनियों ने 2014 में मोदी को कम्पनीराज की स्थापना के लिए लाया था जिसको मोदी ने तीन कृषि काले कानून तथा मजदूरों के खिलाफ श्रम कानून कोरोना काल मे जब देश भीषण महामारी से गुजर रहा था तब इसे संसद में गैर संवैधानिक तरीके से पास किया तथा देश की संपत्ति रेल, एयरपोर्ट, बीमा, बैंक, बी एस एन एल, गोदी, आदि तमाम प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से बिक्री कर तथा कम्पनियों का 11 लाख करोड़ से ज्यादा का एन पी ए राइट ऑफ कर भारी मुनाफा कमवाया है।
देश के किसान 10 महीने तीनों कृषि कानूनों को रद्द कराने तथा एम एस पी की गारण्टी का कानून बनाने तथा मजदूरों के खिलाफ काले कानून को वापस करने और अब देश मे महंगाई, बेरोजगारी, किसानों द्वारा हो रही आत्महत्या, महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अत्याचार, देश की संपत्ति बेच कर कम्पनियो को मुनाफा कंवाने के खिलाफ देश यानी भारत बंद का आह्वान किया है। पूरे देश के कोने- कोने में किसानों मजदूरों के प्रयास से तथा छात्रों महिलाओं, बेरोजगारों, व्यापारियों, ऑटो ठेले चालको के समर्थन एवं सहयोग से भारत बंद सफल हुआ है। किसान नेता शिवाजी राय ने मजदूर संगठनों द्वारा भारत बंद को समर्थन देने पर धन्यवाद ज्ञापित किया।
बख्शी का तलाब में आयोजित किसानों का जुलूस
बख्शी का तलाब में भी भारत बंद के समर्थन में किसानों ने भाकपा माले के राज्य सचिव सुधाकर यादव के नेतृत्व में जुलूस निकाला कर प्रर्दशन किया। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष केवल खेती किसानी को बचाने का ही नही बल्कि यह लोकतंत्र और संविधान बचाने की भी लड़ाई है।