लखनऊ। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में मौसम ने फिर करवट ली है। सूबे की राजधानी लखनऊ समेत सूबे के कई जिलों में गुरुवार देर रात से चमक के साथ तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने लखनऊ समेत 23 जिलों में शुक्रवार और शनिवार को दो दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मिली जानकारी के अनुसार इन जिलों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। इधर भारतीय मौसम विभाग ने गुरुवार को बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया था।
जबकि शुक्रवार को ग्रीन और शनिवार और रविवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही कहा गया है कि बारिश से सब्जियों को नुकसान हो सकता है। इस वक्त किसान तरोई, खीरा, लौकी, कद्दू, कुम्हड़ा, भिंडी, बैगन, शिमला मिर्च की फसल बोए हैं। जो सब्जी तैयार हो गई है, उसको नुकसान हो सकता है। इसके अलावा टमाटर की नर्सरी को क्षति पहुंच सकती है। पौधे बह जाएंगे और सड़ सकते हैं। खेतों में मूंग, उड़द, तिल, मक्का, तोरिया आदि की फसलें लगी हुई हैं। बताया गया कि यूपी के 12 जिलों के 156 गांव अभी भी बाढ़ प्रभावित है।
सूबे के वर्षा से प्रभावित सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की करीब 64 टीमें तैनाती की गई है। बताया गया कि 6363 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लगायी गई है। वहीं 1283 मेडिकल टीमें भी तैनात की गई है। मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक बचाव दलों ने 55551 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। मौसम विभाग की ओर से उन्नाव, रायबरेली, अमेठी, फतेहपुर, कन्नौज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, लखनऊ, प्रतापगढ़, वाराणसी, जौनपुर, सुल्तानपुर, अयोध्या, बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती और महाराजगंज जिले में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के अनुसार एक कम दबाव का क्षेत्र तटीय ओडिशा के उत्तरी भाग और आसपास के क्षेत्र पर बना हुआ है। बताया गया कि मानसून की टर्फ अब जैसलमेर, कोटा, गुना, सतना, जमशेदपुर, कम दबाव वाले क्षेत्रों और फिर दक्षिणपूर्व दिशा से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। इसका असर यूपी के पश्चिमी क्षेत्र में अगले दो दिनों तक देखने को मिलेगा।