लखनऊ। प्रदेश भर में घट रही महिला उत्पीड़न की घटनाओं के खिलाफ ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन (एआईएमएसएस) उत्तर प्रदेश राज्य समिति ने बैठक की और प्रदेश भर में घट रही नारी उत्पीड़न की घटनाओं पर रोष प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री,उत्तर प्रदेश से इस विषय को गंभीरता पूर्वक संज्ञान में लेने हेतु बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर पत्र भेजा।
ऑल इंडिया महिला सांस्कृतिक संगठन, उ. प्र. की सचिव वन्दना सिंह ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा कि प्रदेश भर में नारी उत्पीड़न की घटनाएं दिन-ब-दिन और भी तेज होती जा रही हैं। जिसकी गवाही एक अकेले जिले बुलंदशहर में पिछले तीन-चार दिनों में घटी कई भयावह घटनाएं दे रही हैं। उनमें से ही एक हृदय विदारक घटना है एक महिला का स्वयं उसके पति द्वारा पीट पीट कर दो ही दिन के भीतर मौत के घाट उतार दिया जाना। उन्होंने रोष प्रकट करते हुए कहा कि प्रदेश में अपराधियों के बेलगाम हो जाने का ताजातरीन उदाहरण है – 21 सितंबर के दिन दिल्ली से कानपुर आ रही बस में एक युवती के साथ बस के ही स्टाफ द्वारा रेप किया जाना। एआईएमएसएस ने जारी पत्र में कहा कि प्रदेश भर में महिलाओं की मर्यादा के असुरक्षित होने व छोटी-छोटी बच्चियों तक के पाशविक हिंसा के शिकार हो जाने को लेकर अतीव चिंता और बेचैनी जाहिर की है। पत्र में कहा गया कि हिंसात्मक क्रूरता में अपराधियों के हौसले बुलंद होना प्रदेश के जनमानस के भीतर शासन व्यवस्था पर आए दिन तमाम सवाल खड़ा कर रहा है। छोटी-छोटी बच्चियों सहित वृद्धाओं के साथ ऐसी क्रूरतम घटनाएं लगातार घट रही हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से लगातार बढ़ रही लूट, हत्या, अपहरण, बलात्कार, सामूहिक बलात्कार जैसी मानवता के लिए कलंक इन घटनाओं व नशाखोरी, अश्लील सिनेमा-साहित्य व पोर्न वेबसाइट्स पर भी पूर्णरूपेण रोक लगाने की मांग भी किया।