जौनपुर। यूपी के जौनपुर जिले में एक नर्स ने फांसी लगाकर जान दे दी। नर्स इस समय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मछलीशहर में ड्यूटी दे रही थी। आत्महत्या का कारण अभी स्पष्ट नही है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दियापुलिस जांच। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। मृतका सरायबीका उपकेंद्र में तैनात थी। बीते तीन महीने से वह टीकाकरण कार्य के लिए मछलीशहर सीएचसी पर ही सेवा दे रही थी।
में यह बात सामने आई कि नर्स शनिवार को घर गई थी और रविवार देर शाम लौटी थी। बलिया जिले के रसड़ा थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव निवासी अनिता यादव (28 ) पुत्री काशीनाथ की नियुक्ति एक वर्ष पहले मछलीशहर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में संविदा नर्स के पद पर हुई थी। उसकी तैनाती सरायबीका उपकेंद्र पर की गई थी।मालूम हो कि तीन महीने पहले उसकी ड्यूटी सीएचसी में हो रहे कोविड-19 के टीकाकरण के कार्य में लगाई गई थी। वह अस्पताल के समीप चुंगी चौराहे पर एक किराए के मकान में मां के साथ रहती थी। मां कुछ दिन पहले घर चली गई थी। अनिता भी शनिवार को घर गई थी और रविवार देर शाम वापस लौटी।
पुलिस के मुताबिक रविवार देर रात नर्स के किसी सहयोगी ने 112 नंबर पर सूचना दी कि अनिता ने फांसी लगाकर चे जान दे दी है। मौके पर पहुंच कस्बा के चौकी इंचार्ज सकलदीप सिंह ने कमरे का दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो वह रस्सी के सहारे पंखे से लगे फंदे पर झूल रही थी। पुलिस कर्मियों ने अन्य लोगों की सहायता से शव को नीचे उतरवाया।
सोमवार सुबह कोतवाली पहुंची मृतका की मां जमलावती ने कहा कि मेरी बेटी का किसी से कोई रंजिश नहीं है। पुलिस ने मृतका के कमरे की पूरी तलाशी ली लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। प्रभारी निरीक्षक दिनेश प्रकाश पांडेय ने बताया कि मृतक नर्स का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। नर्स ने किन कारणों से फांसी लगाई, अभी इसकी जानकारी नहीं है। पुलिस द्वारा मामले की छानबीन की जा रही है। परिजनों की तरफ से अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। वहीं बेटी की माोत से मां पूरी तरह से टूट गई है।