सोनीपत, हरियाणा।
आज संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर “किसान मजदूर आजादी संग्राम दिवस” मनाने के लिए सोनीपत के छोटू राम धर्मशाला के पास ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन व भारतीय किसान यूनियन,( रतन मान ग्रुप ) के सदस्यों ने कारों व मोटरसाइकिलों के साथ छोटू राम चौक ,शनि मंदिर ,जटवाड़ा, सब्जी मंडी चौक, बस अड्डा, गीता भवन चौक होते हुए मैहलाना चौक पर आकर प्रदर्शन का समापन किया ।
इस प्रदर्शन में ईश्वर सिंह राठी, बर्हमसिंह दहिया, विजेंद्र सिंह दहिया, नरेंद्र सिंह दहिया, ईश्वर सिंह दहिया, राजकुमार राणा,रामकरण ,हरिप्रकाश ,मेहर सिंह नरेश कुमार ,नफेसिह मलिक अन्य अनेक साथियों ने इस रैली में भाग लिया। ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के नेता ईश्वर सिंह राठी ने कहा कि सन 47 में अंग्रेज पूंजीपतियों से भारतीय पूंजीपति वर्ग के हाथ में सत्ता का बदला हुआ था ।
जिस तरह की आजादी का सपना लेकर शहीदे आजम भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद , सुभाष चंद्र बोस ने अपने जीवन का बलिदान दिया था, वह आजादी नहीं मिलीपूंजीवादी शोषण के चलते देश की अधिकतर धन दौलत चंद पूंजीपतियों के हाथों में जमा हो चुकी है। दूसरी तरफ भयंकर गरीबी बढ़ती गई , महंगाई , चारों तरफ बढती बेरोजगारी व भ्रष्टाचार, महिला उत्पीड़न से देश में त्राहि-त्राहि मच रही है । सरकार द्वारा किसान विरोधी तीन काले कानून, बिजली संशोधन बिल 2021 लाकर जनता के ऊपर एक बड़ा हमला किया है। यदि यह कानून वापिस नहीं हुए, फसलों के दाम तो मिलेंगे ही नहीं किसान अपनी जमीनों से भी हाथ धो जाएगे ।
बिजली बिल के तहत आने वाले समय में बिजली जहां बहुत महंगी होगी वहीं इसका निजीकरण भी कर दिया जाएगा और जो गरीब आदमी बिल भी नहीं भर पाएगा उस पर मुकदमा बनाकर गिरफ्तार किया जाएगा किसान आंदोलन को चलते हुए 9 महीने होने जा रहे हैं लेकिन अभी तक सरकार ने इस आंदोलन को तोड़ने के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए हैं किसान आंदोलन मजबूती से आगे बढ रहा है और जब तक सरकार इन कानूनों को वापस नहीं लेती, एमएसपी को कानूनी गारंटी जब तक नहीं देगी , पराली जलाने पर जुर्माने का फैसला वापस नहीं करेगी ,तब तक आंदोलन आगे बढ़ता ही रहेगा और आज “किसान मजदूर आजादी संग्राम दिवस” पर एक बार फिर यह संकल्प दोहराया है कि सरकार जितना जल्दी हो सके इन कानूनों को वापस ले ले नहीं तो यह आंदोलन और भी विशाल रूप धारण करेगा।