पीएम मोदी ने लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कृषि एवं किसान कल्याण को लेकर रखी अपनी बातें

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PM Modi while addressing the nation from Red Fort kept his words regarding agriculture and farmer welfare
इन प्रयासों के बीच कृषि सेक्‍टर की एक बड़ी चुनौती की भी ओर ध्‍यान देना है।

नईदिल्ली। देश के हर क्षेत्र में हमारे देश के वैज्ञानिक बहुत सूझ-बूझ से काम कर रहे हैं। अब समय आ गया है कि हम अपने कृषि क्षेत्र में भी वैज्ञानिकों की क्षमताओं और उनके सुझावों को भी हमारे एग्रीकल्‍चर सेक्‍टर में जोड़े। अब हम ज्‍यादा इंतजार नहीं कर सकते हैं और हमें इसका पूरा लाभ भी उठाना है। इससे देश को खाद्य सुरक्षा देने के साथ फल, सब्जियां और अनाज का उत्‍पादन बढ़ाने में बहुत बड़ी मदद मिलेगी और हम विश्‍व तक पहुंचने के लिए अपने आपको मजबूती से आगे बढ़ाएंगे।

इन प्रयासों के बीच कृषि सेक्‍टर की एक बड़ी चुनौती की भी ओर ध्‍यान देना है। ये चुनौती है, गांवों के लोगों के पास कम होती जमीन, बढ़ती हुई आबादी के साथ परिवार में जो बंटवारे हो रहे हैं उसकी वजह से किसानों की जमीन छोटी, छोटी, छोटी से छोटी होती जा रही है। देश के 80 प्रतिशत से ज्‍यादा किसान ऐसे हैं, जिनके पास दो हेक्‍टेयर से भी कम जमीन है। अगर हम देखे तो 100 में से 80 किसान, उनके पास दो हेक्‍टेयर से भी कम जमीन यानी देश का किसान एक प्रकार से छोटा किसान है। पहले जो देश में नीतियां बनीं, उनमें इन छोटे किसानों को जितनी प्राथमिकता देनी चाहिए थी, उन पर जितना ध्‍यान केंद्रित करना चाहिए था, वो रह गया। अब देश में इन्‍हीं छोटे किसानों को ध्‍यान में रखते हुए कृषि सुधार किए जा रहे हैं, निर्णय लिए जा रहे हैं।

फसल बीमा योजना होगी निर्णायक

फसल बीमा योजना में सुधार हो, एमएसपी को डेढ़ गुना करने का बड़ा महत्‍वपूर्ण निर्णय हो, छोटे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से सस्‍ते दर से बैंक से कर्ज मिलने की व्‍यवस्‍था हो, सोलर पावर से जुड़ी योजनाएं खेत तक पहुंचाने की बात हो, किसान उत्‍पादन संगठन हो..,ये सारे प्रयास छोटे किसान की ताकत बढ़ाएंगे। आने वाले समय में ब्लॉक लेवल तक वेअर हाऊस की फेसिलिटी क्रिएट करने का भी अभियान चलाया जाएगा।

हर छोटे किसानों के छोटे-छोटे खर्च को ध्‍यान में रखते हुए पीएम किसान सम्‍मान निधि योजना चलाई जा रही है। दस करोड़ से अधिक किसान परिवारों के बैंक खातों में अब-तक डेढ़ लाख करोड़ से ज्‍यादा रकम सीधे खातों में जमा करा दी गई है। छोटा किसान अब हमारे लिए हमारा मंत्र है, हमारा संकल्‍प है। छोटा किसान बने देश की शान….,छोटा किसान बने देश की शान, ये हमारा सपना है। आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा, नई सुविधाएं देनी होंगी।

आज देश के 70 से ज्‍यादा रेल रूटों पर किसान रेल चल रही है। किसान रेल छोटे किसानों को अपने उत्‍पाद का कम कीमत, ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा कम हो, इस पर दूरदराज के इलाकों में इस आधुनिक सुविधा के साथ अपने उत्‍पाद पहुंचा सकता है। कमलम हो या शाही लीची, Bhut Jolokia मिर्च हो या काला चावल या हल्‍दी, अनेकों उत्‍पाद दुनिया के अलग-अलग देशों में भेजे जा रहे हैं। आज देश को खुशी होती है, जब भारत की मिट्टी में पैदा हुई चीजों की सुगंध दुनिया के अलग-अलग देशों तक पहुंच रही है। भारत के खेत से निकली सब्‍जियां व खाद्यान से आज दुनिया का टेस्ट बन रहा है।

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