लखनऊ। “छात्र नौजवान अधिकार अभियान” के तत्वावधान में “मौजूदा विधानसभा चुनाव और छात्र नौजवानों के मुद्दे” पर “प्रेस वार्ता” का आयोजन हजरतगंज स्थित काफी हाउस में किया गया। इसमें विभिन्न छात्र एवं नौजवान संगठनों ने भागीदारी की और मोदी -योगी सरकार की नीतियों को छात्र-नौजवान विरोधी बताया। वक्ताओ ने कहा कि मोदी सरकार ने चंद उद्योगपतियों को लगातार मुनाफा पहुँचाने के लिए नीतियां बनाई चाहे वो जीएसटी रहा हो या नोटबन्दी, रोजगार लगातार खत्म हुए है और बेरोजगारी लगातार बढ़ती जा रही है। रोजगार को लेकर जब भी छात्रों नौजवानों ने आवाज़ उठाई उन्हें लाठियां, मुकदमे, और जेल ही मिली है। लाखों की संख्या में सरकारी विभागों में पद रिक्त है लेकिन मोदी-योगी सरकार ने उन पदों पर भर्ती करने के बजाय उन पदों को ही योजनाबद्ध ढ़ंग से खत्म किया गया है। सरकारी विभागों के विभिन्न कार्यों को ठेके पर दिया जा रहा है।
ठेका संविदा व्यवस्था की वास्तविकता को उजागर किया
जनविरोधी नीतियों के कारण छोटे उद्योगों को सामाप्त करने से जो बदहाली हुई है उससे नौजवानों को आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया है।वही कोरोनो जैसे महामारी में लोगो की मरने के लिए छोड़ दिया गया और जो लोग पलायन कर के रोजगार की तलाश में गए उन्हें उनके हालात पर ही छोड़ दिया गया।वही खस्ता हाल अर्थव्यवस्था ने ठेका संविदा व्यवस्था की वास्तविकता को उजागर किया, नई शिक्षा नीति पूरी तरह से आम व गरीब छात्रों की विरोधी है।
साथ ही शिक्षण संस्थाओं में जिस तरह साम्प्रदायिकता बढ़ रही है उसके लिए सरकार जिम्मेदार है अभियान ने यह तय किया है कि छात्र नौजवान मौजूदा चुनाव में छात्र नौजवान विरोधी ताकतों को परास्त करने का कार्य करेंगे। वक्ताओं ने बताया कि उनका अभियान लगातार जारी है और इस अभियान के माध्यम से वे छात्रों-नौजवानों के बीच संवाद का कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें लामबंद कर रहे है। कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से ज्योति राय (छात्र नौजवान अधिकार अभियान), संतोष परिवर्तक (युवा भारत), होमेन्द्र मिश्रा (उत्तर प्रदेश रोडवेज संविदा कर्मचारी संघ ),राजीव (इंकलाबी नौजवान सभा),अरूणा सिंह (आधी आबादी पार्टी ) गौरव (युवा शक्ति संगठन) सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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