लखनऊ-बिजनेस डेस्क। देश के आभूषण उद्योग के लिए वास्तव में कोरोना काल एक संक्रमण का वर्ष रहा। क्षेत्र के लिए विशेष तौर पर सुधारों की शुरूआत के साथ, इस उद्योग ने औपचारिकता की दिशा में आगे कदम बढ़ाए हैं और आभूषणों की मांग असंगठित से संगठित क्षेत्र में जाते हुए एक अभूतपूर्व बदलाव भी देखा जा रहा है।
निवेश के लिए सोना सबसे सुरक्षित
बाजार में लगातार हो रही उथल-पुथल और कोविड-19 महामारी की वजह से अनिश्चितता ने सोने के आभूषणों में लंबी अवधि के निवेशकों में नई दिलचस्पी पैदा की है। भारतीयों के लिए सोना हमेशा से एक पसंदीदा निवेश विकल्प रहा है और कोविड 19 के बाद के दौर में सोना सबसे सुरक्षित और सबसे आकर्षक दीर्घकालिक संपत्ति माना जाने लगा है।हालांकि पिछले कुछ दशकों में प्रौद्योगिकी विकास ने दुनिया में क्रांति लायी है, लेकिन भारतीय उपभोक्ता, उनकी खरीदारी की आदतों और भारतीय व्यवसाय, बड़े निवेश के डर की वजह से, इस बदलाव के लिए विशेष रूप से अनुकूल नहीं रहे हैं।
कल्याण ज्वेलर्स ने बदला तरीका
कल्याण ज्वेलर्स में, हमने इस बदलाव की उम्मीद करते हुए, डिजिटल इकोसिस्टम बनाने के लिए लगातार निवेश करके रणनीतिक तैयारी की थी। हम हमारे ग्राहकों को समग्र, एकीकृत खरीदारी का अनुभव प्रदान करते हैं, हम सुनिश्चित करते हैं कि हमारे ग्राहक बहुत ही सुविधाजनक तरीके से, कही से भी सोने में निवेश कर सकें या गहने खरीद सकें। इसलिए, हमने इस डिजिटल परिवर्तन को आसानी से अपनाया, डिजिटल गोल्ड जैसी नई उत्पाद श्रेणियों में प्रवेश किया, साथ ही गोल्ड ओनरशिप सर्टिफिकेट और लाइव वीडियो शॉपिंग सुविधा जैसी सेवाओं को प्रस्तुत करके उन्हें अपने ग्राहकों तक पहुंचाने के नए तरीके भी खोजे।
इस तरह से हमारे ग्राहकों को घर बैठे आभूषणों को ब्राउज़ करने और खरीदारी करने की सुविधा मिली। एक कंपनी होने के नाते, हमने अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम सेवा और सबसे सुखद और संतोषजनक खरीदारी अनुभव प्रदान करने के लिए एक समग्र इकोसिस्टम बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। श्री रमेश कल्याणरमण, कार्यकारी निदेशक ,के अनुसार, पिछले 28 वर्षों की हमारे ब्रांड की लंबी यात्रा के लिए वर्ष 2021 महत्वपूर्ण रहा है।
बढ़ी शोरूम की संख्या
मार्च 2021 में, हम अपनी कंपनी को भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध करने में सफल रहे, उसके बाद अक्टूबर में हमने विश्व स्तर पर अपने शोरूम्स की संख्या को 150 तक बढ़ाकर एक बड़ा पड़ाव पार किया और अब इस साल को अलविदा कहते हुए हमने प्रतिष्ठित फॉर्च्यून इंडिया 500 की सूची और द इकोनॉमिक टाइम्स टॉप 500 मूवर्स एंड ने शेकर्स लिस्ट में अपना स्थान बनाया है। ग्राहक केंद्रित व्यापार मॉडल और महत्वाकांक्षी विस्तार रणनीति के साथ कई क्रांतिकारी पहलों को लागू करके, हम भारत और पश्चिम एशिया में अपना प्रभुत्व बढ़ा रहे हैं।
इसे भी पढ़ें..