आजमगढ़।यूपी के आजमगढ़ जिले में सोमवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब लेखपाल और उसकी पत्नी की धारदार हथियार से हत्या की जानकारी सामने आई, उनके घर के सामने बड़ी संख्या में भीड़ जुट गई। यह वारदात आजमगढ़ के तरवां थाना क्षेत्र के पित्थौरपुर-तीथऊपुर गांव निवासी लेखपाल और उसकी पत्नी की रविवार की देर रात सोते समय धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई।
ग्रामीणों से मिली सूचना पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीम ने भी जांच पड़ताल की। घटना की वजह का पता नहीं चल सका है। मामले में अज्ञात पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
घर में अकेले सो रहे थे पति-पत्नी
पित्थौरपुर-तीथऊपुर गांव निवासी रामनगीना(45) मऊ जिले के चिरैयाकोट के चकबंदी विभाग में लेखपाल थे। वह अपने गांव स्थित पैतृक घर से कुछ दूरी पर नया मकान बनवा रहे थे। इसी मकान में रोज की तरह रविवार की रात भी वह सो रहे थे। उनके साथ पत्नी मंशा देवी(42) भी थीं।
परिवार के घर के अन्य सदस्य दूसरे मकान पर सोए थे। सोमवार की सुबह जब दंपती घर नहीं आए तो उनके पिता लालता और गांव के लोग मौके पर पहुंचे। वहां दोनों का लहूलुहान शव मिला। जानकारी होते ही भीड़ जुट गई। सूचना पर तरवां थाना पुलिस के साथ ही कई थानों की पुलिस फोर्स, डीआईजी अखिलेश कुमार, एसपी अनुराग आर्य, एसपी ग्रामीण सिद्धार्थ, सीओ लालगंज मनोज रघुवंशी भी पहुंच गए। रामनगीना के पुत्र उदय प्रताप की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दंपती के दो पुत्र और दो पुत्रियां हैं।
एसपी अनुराग आर्य ने अनुमान लगाया कि घटना का कारण स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। फिलहाल लूट के लिए हत्या की आशंका नजर नहीं आ रही है, क्योंकि मकान अभी निर्माणाधीन है। यहां दंपती सिर्फ सोने के लिए आते थे। पुलिस हर बिंदु पर जांच पड़ताल कर रही है।
पित्थौरपुर-तीथऊपुर गांव निवासी लेखपाल रामनगीना और उसकी पत्नी की हत्या के बाद गांव में हड़कंप मच गया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पीएम के बाद पुलिस ने अपनी मौजूदगी में देर रात राजघाट पर अंतिम संस्कार कराया। लेखपाल और उनकी पत्नी की हत्या की जानकारी होते ही दहशत फैल गई। सैकड़ों लोगों की भीड़ मौके पर जुट गई। आलाधिकारियों ने किसी तरह भीड़ को वहां से हटाया। इसके बाद डॉग स्क्वॉड व फोरेंसिक टीम को बुला कर घटना की जांच पड़ताल कराने के साथ ही साक्ष्य जुटाए गए। इसके बाद पुलिस ने दोनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
गांव नहीं ले जाने दिया शव
पोस्टमार्टम के दौरान सदर अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस पर काफी भीड़ रह, पीएम के बाद पुलिस ने शवों को गांव नहीं ले जाने दिया और अपनी मौजूदगी में जिला मुख्यालय पर स्थित राजघाट पर अंतिम संस्कार करा दिया। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है।
कांग्रेस नेता ने साधा निशाना
दोहरे हत्याकांड की ख्बार समाने आने के बाद कांग्रेस नेता ने प्रदेश सरकार को निशाने लिया। तरवां थाना क्षेत्र के पित्थौरपुर-तीथऊपुर गांव में रविवार देर रात सोते समय लेखपाल राम नगीना व उसकी पत्नी की हत्या कर दी गई। इसे लेकर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा।कांग्रेस नेता ने कहा कि लेखपाल और उनकी पत्नी की गला काटकर हत्या कर दी गई। इससे साफ है कि कानून व्यवस्था खत्म हो गई है। इस सरकार के कार्यकाल में अपराधी मजे में हैं। उन्हें कोई रोकने वाला नहीं है। यूपी के हर जिले में महिला हिंसा, दुष्कर्म, फिरौती, अपहरण की घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रदेश में जंगलराज है।
पित्थौरपुर-तीथऊपुर गांव निवासी लेखपाल और उसकी पत्नी की हत्या के बाद सोमवार को जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल भी गांव पहुंचा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि इस सरकार में अपराध चरम पर है। सरकार अपराध रोकने में नाकाम साबित हुई है। मारे गए दंपती की तीन लड़कियां हैं। उनमें से एक की ही शादी हुई है।
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