लखनऊ-बिजनेस डेस्क। देश में सर्वश्रेष्ठ श्रेणी की कम खर्चीली शिक्षा देने के लक्ष्य से देश का अग्रणी स्कूल एडटेक कंपनी लीड ने एक नई पहल की घोषणा की है। इस पहल का लक्ष्य वर्ष 2022 में देश के 40,000 टीचर्स का कौशल उन्नयन करने और हर टीचर के लिए 150 टीचिंग आवर्स की बचत करेगा।
यह घोषणा 19 नवंबर को 4,000 से ज्यादा स्कूलों के लिए वर्चुअल विधि से आयोजित लीड इनोवेशन कॉन्फरेन्स में की गई थी। लीड इनोवेशन कॉन्फरेन्स 2022 का आयोजन स्कूलों, स्टूडेंट्स और टीचर्स के लिए अग्रणी नवाचारों पर चर्चा के लिए किया था, जिनसे भारत में स्कूलिंग को नया आयाम मिलेगा। अपने नवाचारों के माध्यम से लीड कक्षा में स्टूडेंट की पढ़ाई को बेहतर करना, घर पर स्टूडेंट की पढ़ाई को बढ़ाना और टीचर्स को सुपर पावर देकर उनका जीवन बेहतर करना चाह रहा है।
प्रशिक्षण से शिक्षकों का बचेगा समय
कॉन्फरेन्स में देशभर से लीड के पार्टनर स्कूल और टीचर्स मौजूद थे। लीड अपनी लीड एकेडमी के माध्यम से अपने पार्टनर स्कूलों के टीचर्स की लगातार अपस्किलिंग कर रहा है और यह पहल स्कूल एडटेक में अपने प्रकार की पहली है। लीड टीचर एप से टीचर पढ़ाने की पद्धतियों, प्रक्रियाओं और व्यवहार कुशलताओं, जैसे कि संवाद, कार्यनीति, अंतरव्यक्तिगत कुशलता और अनुकूलन होने की योग्यता पर 200 से ज्यादा घंटों की प्रशिक्षण और प्रमाणन सामग्री तक पहुँच सकते हैं।
इस प्रमुख स्कूल एडटेक कंपनी ने आईहोमवर्क के लॉन्च की घोषणा भी की है, जिससे टीचर्स का हर दिन एक घंटा बचेगा, यानि एक साल में हर टीचर के वे 150 घंटे बचेंगे, जिन्हें टीचर्स अब किसी ज्यादा उत्पादक काम के लिये इस्तेमाल कर सकते हैं। टीचर रोजाना होमवर्क की तैयारी और मूल्यांकन में बहुत समय खर्च करते हैं। आईहोमवर्क टीचर्स को होमवर्क के तैयार विकल्पों (एमसीक्यू, वीडियो, क्विज़, रिक्त स्थानों की पूर्ति, आदि) की विभिन्न किस्मों का ऐक्सेस देकर इसमें बदलाव करता है और ऐप पर केवल एक क्लिक करने से रोजाना निर्देश भेजता है।
होमवर्क कराने में मिलेगी मदद
इस नवाचार से उन्हें यह जानने में मदद मिलती है कि होमवर्क किसने पूरा किया है, किसने नहीं और इसके हिसाब से वे रिमाइंडर दे सकते हैं। इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्नों (ऑब्जेक्टिव क्वेश्चंस) और छोटे उत्तरों को सही करने की क्षमता भी है, क्योंकि यह लगभग हर प्रकार की हैंडराइटिंग को पढ़ सकता है। दूसरे मामलों में, टीचर पढ़ने और ऐपप पर सही करने के लिये जूम-इन कर सकते हैं और स्टूडेंट्स को उनके प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत कर सकते हैं। यह फीचर स्टूडेंट्स की पढ़ाई की कमियाँ भी बताता है और टास्क के आधार पर सुधार करने की योजना बताता है।
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