लखनऊ। लम्बे समय से लंबित शिक्षको की तमाम मांगों को लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय से सह्युक्त महाविद्यालयों (लखनऊ, लखीमपुर, सीतापुर,हरदोई,रायबरेली) शिक्षको ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए लुआक्टा के बैनर तले धरना दिया एव कुलपति लखनऊ विश्वविद्यालय के माध्यम 33 सूत्रीय मांगपत्र जो मा मुख्यमंत्री जी को सम्बोधित है का ज्ञापन सौंपा । धरने को लेकर लुआक्टा और पुलिस प्रशासन के बीच भारी गतिरोध एव बहस हुई । पुलिस प्रशासन के असहयोग के बाबजूद धरना सफल रहा । जगह जगह यातायात के परेशानियो को दर किनार कर भारी संख्या में शिक्षको ने सहभागिता की आज लखनऊ विश्वविद्यालय से सह्युक्त महाविद्यालयों के शिक्षको द्वारा सामूहिक अवकाश के साथ कार्य बहिष्कार एवं धरना किया गया ।
धरने में लखनऊ यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ लूटा के अध्यक्ष डॉ विनीत वर्ना एवं महामंत्री डॉ राजेंद्र वर्मा एवं अटेवा के अध्यक्ष श्री विजय कुमार बंधु,महामंत्री डा नीरज पति त्रिपाठी लखनऊ यूनिवर्सिटी से संबद्ध चारों जिलों के शिक्षक साथियों ने धरने मे शिरकत करके धरने को ताकत दी।धरने को लूटा अध्यक्ष डॉ विनीत वर्ना, महामंत्री डॉ राजेंद्र वर्मा बीएसएनवी कॉलेज के डॉ डी के गुप्ता, डॉ डी के श्रीवास्तव, अमीरूदौला इस्लामिया के डा दिलशाद अहमद, डा मैनुद्दीन केके सी कॉलेज से डॉ तिर्मल सिंह, डॉ विनोद चंद्र, महामंत्री डा विक्रम सिंह लखनऊ क्रिश्चियन कॉलेज से डॉ एल्विन दाऊद, विद्यांत कॉलेज से डॉ मनीष हिंदवी, डा राजीव शुक्ला, महामंत्री डा रमेश यादव, नारी शिक्षा निकेतन से डॉ सुमन मिश्र, मुमताज कॉलेज से डॉ इमरान, शिया कॉलेज से डॉ परवेज मसीह डा मोहिसिन रजा,डा असद मिर्जा , डा महेंद्र शुक्ला ,लुआक्टा संयुकत मंत्री डा नरेंद्र सिंह, डा गणेश यादव ,उपाध्यक्ष डा अजय शुक्ला, डा इमरान नेशनल पी जी कालेज के महामंत्री डा राकेश पाठक पूर्व महामंत्री डा के के बाजपेयी।
शिया महाविद्यालय के डा कीर्ति प्रकाश तिवारी, डा अम्बरीष उपाध्याय डी ए वी पी जी महाविद्यालय के शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा आर पी चतुर्वेदी ,नवयुग कन्या महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा मंजुला यादव ,डा सृष्टि श्रीवास्तव, वाई दी कॉलेज लखीमपुर से डॉ संजय कुमार डॉ डी के सिंह, सी एस एन कॉलेज हरदोई से डॉ संदीप सिन्हा, सीजीएनपीजी कॉलेज गोला से डॉ वी के शुक्ला, फिरोज गांधी पीजी कॉलेज रायबरेली से कमला नेहरू पीजी कॉलेज, तेजगाव रायबरेली से डॉ सतीश चंद्र सिंह आदि ने संबोधित किया।
प्रमुख मांगो में पुरानी पेंशन की बहाली,महाविद्यालयों के शिक्षको को प्रोफेसर पदनाम, सेवा निवृत्त की आयु केंद्रीय विश्वविद्यालय की तरह65 वर्ष किये जाने,आकस्मिक निधन पर डेथ कम ग्रेच्युटी दिए जाने, पी एच डी के पांच एव एमफिल के तीन तथा अनुदानित महाविद्यालयों के स्ववित्तपोषित शिक्षको के पाठ्यक्रम को अनुदान सूची पर लिए जाने। ,कैशलेस चिकित्सा सुविधा प्रदान किये जाने एव फीडर कैडर तथा ओरिएंटेशन एव रिफ्रेशर की कट ऑफ 2018 से बढ़ाकर 2021 किये जाने एव पी एच डी की अहर्ता न रखने वाले शिक्षको को भी कैरियर एडवांसमेंट योजना के तहत प्रोन्नति प्रदान किये जाने ,शेष मानदेय शिक्षको को विनियमित करने आदि मांगो को रखा गया है ।
धरने को संबोधित करते हुए लुआक्टा अध्यक्ष डा मनोज पांडेय ने समस्यायों के समाधन न होने पर आंदोलन को जारी रखने का संकल्प दुहराया एव महामंत्री डॉ अंशु केडिया ने सरकार के शिक्षक समस्याओं के हल करने में उदासीनता पर गहरा रोष जताया । लूटा अध्यक्ष डॉ विनीत वर्मा जी ने यू जी सी की संस्तुतियो को सांगोपांग लागू करने एवं सरकार द्वारा विश्वविद्यालय की स्वायत्तता पर हस्तक्षेप पर गहरा रोष प्रकट किया । अटेवा अध्यक्ष श्री विजय बंधु ने पुरानी पेंशन को बुढ़ापे की लाठी बताया ।