बरेली। यूपी के बरेली जिले से ठगी करने वालों ने ऐसा पैतरा इजाद किया है, जिसे जानकर पुलिस वाले भी सन्न रह गए है। पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि वह लोग जमीन से गड़ा धन निकालने के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे। रात में पूजा के दौरान अपने ही साथी की हत्या करके पूजा कराने वाले से केस नहीं दर्ज होने से रोकने के नाम पर पैसे लेते थे। आरोपी अपने साथी को मरा हुआ दिखाने के लिए पहले पूरी तैयारी करके जाते थे।
जैसे ही उनका साथी दूर से फायरिंग करता था, वैसे ही पूजा कराने वाला तांत्रिक अपने शरीर में गुबारे में भरकर बांधे बकरे और मुर्गे के खून को फैला लेता था। इसके बाद उसके मरने की फोटो की खींचकर ब्लैकमेल करते थे। रिपोर्ट दर्ज होने के बादपुलिस ने गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। घटना में इस्तेमाल कार, पीतल का कलश, पीली धातु के 18 सिक्के, जालसाजी कर ठगे 27 हजार रुपये, एक तमंचा व कारतूस और पांच मोबाइल बरामद किए गए।
चार लाख रुपये ठगे
बारादरी पुलिस ने बताया कि बदायूं के वजीरगंज थाने के बरौर गांव निवासी मोहनलाल से एक गिरोह ने उनके खेत में दबा खजाना निकालने के नाम पर चार लाख रुपये ठगे गए और खजाना निकालते समय कथित तांत्रिक मौलवी को किसी ने गोली मार दी। उसके साथियों ने मोहनलाल को बताया था कि मौलवी की हत्या हो गई है और रिपोर्ट न लिखने के बदले छह लाख रुपये मांगे थे।
मोहनलाल की शिकायत पर बारादरी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर विकास भवन के पास ग्राउंड में रुपये लेने आए पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें भोजीपुरा थाने के गांव अंबरपुर निवासी इकलास खां, लियाकत खां व शाहमीर खां और रामपुर जिले के शाहबाद थाने के ओसी निवासी भूरा खां व मोहम्मद रजा शामिल थे। इनमें मोहम्मद रजा वह मौलवी तांत्रिक था जिसके मरने की बात बताई जा रही थी।
ऐसे फंसाते थे शिकार
आरोपियों ने बताया कि वह सभी एक दूसरे के रिश्तेदार हैं। उनका एक गैंग है जो रेलवे स्टेशन या बस स्टेशन के पास ऐसे लोगों को तलाश करता है जो घर परिवार से परेशान हों। भूरा ऐसे लोगों को विश्वास में लेकर उनकी समस्या दूर कराने का झांसा देकर मौलवी तांत्रिक बने मोहम्मद रजा के पास लाता है। इनके साथी इकलास, लियाकत और शाहमीर आदि परेशान शख्स के घर जाकर बताते हैं कि किसी ने परिवार पर टोना टोटका कर दिया है। मौलवी बताता है कि उनके घर या खेत में खजाना दबा है। यह लोग तंत्र-मंत्र एवं मौलवी द्वारा भस्म खाकर जिन्नात से बात करने के बहाने रकम ऐंठते हैं। चोरी से कलश में खेत में कुछ पीतल के सिक्के गाड़ देते थे,जिन्हें निकालने के दौरान मौत का नाटक करते थे।
मौत का नाटक करके ठगी
ठग विश्वास में लेने के लिए रात खेत में मालिक के साथ जाकर तंत्र मंत्र का नाटक कर वही कलश बाह निकालते हैं। उसमें से एक-दो सिक्के निकालकर उसे भरोसे में लेते हैं। फिर उससे कलश को घर में छुपाने व किसी को न बताने की बात कहते हैं। कुछ दिन रुककर फिर उसी खेत में जाते हैं और उसी जगह तंत्र मंत्र करते हैं। फिर गैंग का ही सदस्य अचानक मौके पर आकर फायर करता है।
मौलवी मरने का नाटक करता है। मौलवी पहले से ही अपने सीने के पास गुब्बारे में बकरे का खून छिपाकर रखता है। फायर की आवाज होने पर सीने पर हाथ रखकर गुब्बारा फोड़ देता है। इससे खून फैल जाता है और वह व्यक्ति घबराकर भाग जाता है। इसके बाद आरोपी अपने साथी के मरने की फोटो खींचकर उसे डराते थे कि तुम्हारे खेत में इसकी हत्या हुई है, पुलिस केस से बचने के लिए इतने रुपये दो।
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