कोलकाता: चक्रवाती तूफान रेमल के तूफानी गति से तट की टकराने की आशंका से रविवार शाम को ट्रेनों को नुकसान से बचाने के लिए लंबी दूरी की गाड़ियों को स्थगति कर दिया गया। साथ ही ट्रेन बेपटरी न हो इसलिए मोटी जंजीरों से बांधने के अलावा लॉक लगाया गया। मौसम विभाग के अनुसार 110 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी और जोरदार बारिश होगी। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटनाओं से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है।
#WATCH | Cyclone ‘Remal’ | Howrah, West Bengal: As a precautionary measure, trains at the Shalimar railway station were tied to the railway track with the help of chains and locks to keep the trains from sliding away due to strong winds. pic.twitter.com/3PQtlCO4KT
— ANI (@ANI) May 26, 2024
ट्रेन को बेपटरी होने से बचाने उठाया कदम
रेलवे अधिकारियों के अनुसार ट्रेनाें को बेपटरी होने से बचाने के लिए यह कदम उठाया गया। यदि तूफान की वजह से ट्रेनें बेपटरी हो जाएंगी तो नुकसान के साथ ही उन्हें पटरी पर लाने के लिए काफी जद्दोजहद करना होगा। इस बारे में दक्षिण पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य कुमार चौधरी ने कहा कि यह कोई नया मामला नहीं है। जिन ट्रेनों को बिना इंजन के 24 घंटे से ज्यादा समय तक ट्रैक पर रखना पड़ता है। उन्हें इसी तरह से लॉक किया जाता है। रेमल तूफान के चलते तेज हवा चल सकती है। नतीजा यह होता है कि अगर किसी तरह ट्रेन के पहिए घूम जाएं तो उसे रोकना बहुत मुश्किल हो जाता है और कोई भी दुर्घटना हो सकती है। इसीलिए इसे सुरक्षा के लिए इस तरह जंजीर से बांधा जाता है।
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