न्नई। लोकसभा चुनाव के जीतने के लिए राजनीतिक पार्टियां सभी समीकरण बैठाने के बाद ही प्रत्याशी मैदान में उतार रही है। कुछ मौजूदा सांसदों के टिकट काटकर नए चेहरे के दम पर मैदान जीतने की कोशिश की जा रही है। इसी कोशिश में तमिलनाडु के सांसद ए गणेशमूर्ति का दिल का दौड़ा पड़ने से निधन हो गया, दरअसल उनकी पार्टी ने इस बार उनकी जगह दूसरे को मैदान में उतारा था, इससे वे काफी दुखी थे। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इसी अवसाद में उन्होंने दो दिन पहले खुदकुशी करने की कोशिश की थी, जानकारी होने पर परिजन उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लेकर गए थे, जहां उनकी स्थिति गंभीर बनी हुई थी।
वेंटिलेटर पर रखे गए थे गणेशमूर्ति
इरोड सांसद की तबीयत बिगड़ती देख डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में रखा। हालांकि, बाद में उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। बाद में उन्हें कोयंबटूर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन दो दिन तक मौत से लड़ने के बाद गणेशमूर्ति जिंदगी की जंग हार गए। इस घटना के बाद एमडीएमके प्रमुख वाइको निजी अस्पताल गए और गणेशमूर्ति की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी ली। तब उन्होंने घटना पर आश्चर्य जताते हुए कहा था कि हमारे पास शायद ही कोई कारण है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। अस्पताल में भर्ती होने के दौरान वह बेहोश थे और इसलिए हमें कारण नहीं पता। उनका जनता के प्रति काफी लगाव था, उन्होंने अपना जीवन राजनीति के नाम समर्पित कर दिया था। टिकट नहीं मिलने से काफी दुखी थे। उनके निधन की खबर से उनके समर्थकों में शोक की लहर है।
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