बिजनेस डेस्क,मुंबई। जैसे-जैसे शहरों का विकास हो रहा है और उद्योगों का विस्तार हो रहा है, विश्वसनीय और टिकाऊ ऊर्जा की मांग पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी गोदरेज एंड बॉयस ने घोषणा की है कि उसका व्यवसाय गोदरेज इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स, भारत के बढ़ते आधुनिक बिजली बुनियादी ढांचे में योगदान देने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। गोदरेज इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स ने 132केवी से 765केवी तक की परियोजनाएं पूरी की हैं और सबस्टेशन सेगमेंट में उनका वर्तमान ऑर्डर 1700 करोड़ से अधिक है।गोदरेज इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स ने चालू वित्त वर्ष में आठ सबस्टेशन चालू किए, जिनमें मुंबई में प्रतिष्ठित 400केवी जीआईएस वर्टिकल सबस्टेशन भी शामिल है। बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए यह प्रोजेक्ट शहर की ऊर्जा क्षमता में 1500एमवीए की मात्रा और जोड़ता है, जो कि पर्याप्त मानी जा सकती है।
अत्याधुनिक सबस्टेशन प्रोजेक्ट्स
मेट्रो शहरों, उत्तर पूर्व राज्यों और जम्मू के चुनौतीपूर्ण इलाकों और गुजरात में खावड़ा जैसे क्षेत्रीय केंद्रों में विश्वसनीय, किफायती और टिकाऊ ऊर्जा बुनियादी ढांचा प्रदान करके, गोदरेज इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स देश की बिजली क्षेत्र की चुनौतियों का समाधान करते हुए उच्च क्षमता वाले अत्याधुनिक सबस्टेशन प्रोजेक्ट्स के भविष्य को आकार दे रहा है।गोदरेज इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स के एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और बिजनेस हेड, राघवेंद्र मिर्जी ने कहा, ‘‘विश्वसनीयता और स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, सबस्टेशन क्षेत्र में हमारी प्रगति न केवल एक व्यावसायिक सफलता है, बल्कि भारत की ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण योगदान है।
भविष्य की नींव रखी
हमने मुंबई के पहले 400केवी जीआईएस सबस्टेशन को स्थापित करने के साथ ही शहर के लिए 1500एमवीए की क्षमता और जोड़ दी है। हम केवल सबस्टेशन नहीं बना रहे हैं; बलिक हम एक ऐसे भविष्य की नींव रख रहे हैं जहां ऊर्जा प्रचुर और हरित दोनों होगी। हम एक ऐसे परिदृश्य की कल्पना करते हैं जहां अत्याधुनिक तकनीक बढ़ती ऊर्जा मांगों को पूरा करती है, जिससे भारत के लिए एक उज्जवल और सस्टेनेबल फ्यूचर को बढ़ावा मिलता है।’’इस महीने की शुरुआत में, गोदरेज एंड बॉयस ने बजट पर एक बयान जारी किया जिसमें अन्य उपायों के अलावा नवीकरणीय ऊर्जा में क्षमता वृद्धि के माध्यम से स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करने पर सरकार की भावनाओं को दोहराया गया था। गोदरेज इलेक्ट्रिकल्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स पूरे भारत में विविध सबस्टेशन और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में शामिल होने के लिए निजी क्षेत्र के खिलाड़ियों के साथ साझेदारी कर रहा है।
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