नई दिल्ली। बीजेपी इस बार लोकसभा चुनाव में चार सौ पार का लक्ष्य लेकर चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है विपक्ष को यह हवा-हवाई जुमला लग रहा होगा,लेकिन बीजेपी के रणनीति कार इस पर बहुत पहले से काम कर रहे है। वाराणसी में तमिल समुदाय को आकर्षित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करना हो या तमिलनायडू में महिला सम्मेलन करना इसी का हिस्सा है। बीजेपी लगातार तीसरी बार केंद्र की सत्ता में हैटट्रिक का लक्ष्य पूरा करने में जुटी हुई। इसी को पूरा करने में मोदी की अगुआई में पार्टी धीरे-धीरे दक्षिण में पैठ बढ़ा रही है।
काशी-तमिल संगमम से लेकर त्रिशूर में महिला संगमम तक, नरेंद्र मोदी धीरे-धीरे दक्षिण में बीजेपी की पैठ बढ़ा रहे हैं। तमिलनाडु दौरे के अगले दिन बुधवार को पीएम मोदी केरल में ‘2 लाख महिलाओं’ की रैली के जरिए दक्षिण भारत में बीजेपी के लोकसभा अभियान का शंखनाद कर चुके हैं।
दक्षिण में बीजेपी का शक्ति प्रदर्शन
केरल के त्रिशूर में ‘नारी शक्ति मोदीकोप्पम महिला संगमम’ के जरिए बीजेपी ने शक्तिप्रदर्शन किया । पार्टी का दावा है कि ये कार्यक्रम अभूतपूर्व है क्योंकि दक्षिण भारत में किसी भी पार्टी के कार्यक्रम में महिलाओं की इतनी बड़ी भागीदारी नहीं हुई है। ये कार्यक्रम ऐतिहासिक महिला आरक्षण कानून को संसद के दोनों सदनों से मंजूरी मिलने पर केरल की महिलाओं की तरफ से पीएम मोदी को धन्यवाद देने के लिए है।
2019 के लोकसभा चुनाव की बात करें तब देश में कुल 91 करोड़ वोटर थे जिनमें से 44 करोड़ महिलाएं थीं। बीते कई बार से चुनाव में महिलाएं पुरुषों के मुकाबले बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती हैं। 2019 में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।
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