प्रयागराज। पूर्व विधायक राजू पाल की हत्या के गवाह उमेश पाल की हत्या के वैसे तो कई बड़े आरोपी या तो मारे गए या पुलिस के हाथ लग गए हैं, लेकिन अतीक अहमद की बीबी शाइस्ता परवीन समेत दो शूटर और अशरफ का साला सद्दाम नेपाल के रास्ते दुबई भाग गया, उसकी फोटो सोशल मीडिया पर इन दिनों खूब वायरल हो रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि एक लाख का इनामी सद्दाम वहीं से अतीक के विदेशी कारोबार को मैनेज कर रहा है।
अशरफ के लिए सेटिंग करता था सद्दाम
बता दें कि सद्दाम ने बरेली जेल में बंद अशरफ की सुख-सुविधाओं के लिए पुलिस वालों से सेटिंग की थी। सद्दाम की बदौलत ही अशरफ वहां बेखौफ जिंदगी जी रहा था। जिससे चाहता मिलता, जो चाहता खाता पीता था। असद समेत अतीक गिरोह के लोग बरेली जेल जाकर घंटों उससे गुफ्तगू भी करते। यह भी कहा जा रहा है कि उमेश पाल की हत्या की पूरी प्लानिंग पर बरेली जेल में ही अंतिम मुहर लगाई गई थी।उमेश की हत्या के बाद जब पुलिस ने अशरफ के मददगारों की सूची तैयार की तो सद्दाम पहले नंबर पर था। पुलिस ने उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया है, लेकिन अभी तक उसका कुछ पता नहीं चला है। उसकी तमाम फोटो वायरल हो रही हैं।
विदेशी संपत्ति को सद्दाम कर रहा मैनेज
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कुछ फोटो उसी ने सोशल मीडिया पर अपलोड की थीं। एक तस्वीर में वह लक्जरी कार के आगे खड़ा दिख रहा है।कार पर नंबर दुबई का दर्ज है। दूसरी फोटो भी दुबई के प्रसिद्ध होटल के पास की है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सद्दाम के माध्यम से ही अतीक ने दुबई में कई प्रापर्टी खरीदी थीं। एक होटल में भी अतीक ने पैसा लगाया था। इसके साथ खाड़ी के कई देशों में भी अतीक ने रकम लगाई थी। अतीक-अशरफ की 15 अप्रैल को हत्या के बाद विदेशों की संपत्तियों और निवेश को सद्दाम ही मैनेज कर रहा है।
शाइस्ता पर सातवां मुकदमा दर्ज होगा
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन पर पुलिस सातवां मुकदमा गैंगस्टर के रूप में दर्ज करने की तैयारी में है। अब तक उस पर छह मुकदमे दर्ज हैं। इन्हीं मुकदमों और उमेश पाल हत्याकांड में भूमिका को लेकर पुलिस नई एफआईआर दर्ज करेगी। 50 हजार की इनामी शाइस्ता को पुलिस लाख प्रयास के बावजूद गिरफ्तार नहीं कर पा रही है।शाइस्ता को ढूंढने का दावा करने वाली पुलिस फिलहाल असहाय नजर आ रही है। उसका तंत्र नाकाम है। पुलिस अभी तक न उसे खोज पाई, न ही उसके शरणदाताओं को। यह पुलिस के इकबाल को तगड़ी चुनौती ही है कि इतनी कठोर कार्रवाइयों और मुठभेड़ के बावजूद शाइस्ता को कोई पनाह देने की जुर्रत किए हुए है।
इसे भी पढें…