मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरनगर में हुए दिल दहलाने वाले हादसे में चार सगी बहनों की मौत के बाद जब उनके शव एक साथ दफनाने के लिए रखे गए तो वहां मौजूद सभी की आंखों से आंसू आ गए, हर कोई फफक पड़ा। मां का तो पूछिए मत उनके दिल तो मानों पत्थर के हो गए है, बस उनकी आंखों से आंसू निकल रहे थे।
पूरा मोहल्ला रो रहा
मालूम हो कि मुजफ्फरनगर सदर थाना क्षेत्र के रामदयालुनगर स्टेशन के पास राम टोला में सोमवार की रात एक घर में लगी आग में चार बहनें जिंदा जल गई थी। जबकि, घर में सोए 6 लाेग बुरी तरह से झुलस गए। आग इतनी भयंकर थी कि बच्चे भाग नहीं पाए। दो भाइयों के घर में हुए दर्दनाक हादसे से पूरा मोहल्ला रो रहा था। मंगलवार को एक साथ चार बच्चों के शव दफनाए गए।आसपास के कई घरों में रात से ही शोक था। न किसी को खाने की फिक्र और नहीं पीने की थी। सभी लोग एकजुट होकर रामदयालू से सदर अस्पताल और एसकेएमसीएच तक पीड़ित परिवार का सहारा बनने में लगे थे।
एक साथ चार बहनों की मौत की होने से गांव के किसी ने न कुछ खाया और न पिया।कई घरों के चूल्हे तक नहीं जले। हर कोई गमगीन था। जो भी इस दर्दनाक हादसे के बारे में सुनता, एक बार वहां सांत्वना देने जरूर पहुंचता था। सभी की आंखें नम हो जाती थी। कई लोगों की मुंह से बोल तो नहीं निकल रहे थे, लेकिन उनकी आंखें ही सब कुछ बयां कर रही थी।
मासूम प्रकाश की हालत गंभीर
हादसे में जख्मी राकेश राम की 30 वर्षीय पत्नी बेबी देवी, 8 माह के प्रकाश, 4 साल के आकाश, 7 सात के विकाश और मुकेश राम के 10 वर्ष के पुत्र किशन कुमार व 17 वर्षीय बेटी मनीषा काे एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया है। इनमें 3 की हालत गंभीर है। मृत बच्चियों के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। एक महिला और बच्चा सर्जरी आईसीयू में हैं ताे दो अन्य बर्न वार्ड में।
सर्जरी आईसीयू में भर्ती राकेश राम की पत्नी बेबी देवी और उसके 9 महीने के पुत्र प्रकाश कुमार की हालत नाजुक है। जबकि, राकेश राम के 5 वर्षीय पुत्र आकाश कुमार और मुकेश राम की 12 वर्षीय पुत्री कृष्णा कुमारी बर्न वार्ड में भर्ती हैं। डॉक्टरों के अनुसार, सर्जरी आईसीयू में भर्ती महिला और बच्चे की हालत नाजुक है। बर्न वार्ड में भर्ती कृष्णा कुमार की हालत भी ठीक नहीं है। राकेश राम ने बताया कि इस इलाके में 30 वर्षों पहले आग लगी थी।
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