प्यार में पागल युवती को पिता और जीजा ने गला दबाकर मारने की कोशिश की तेजाब डाला, मौत से जूझ रही

170
Father and brother-in-law tried to strangulate a girl madly in love, poured acid, battling for death
युवक उन्हीं की बिरादरी का था तो आपसी समझौते के तहत तीन दिन बाद वह बेटी को ले आया।

बरेली। यूपी के बरेली जिले में एक पिता ने बेटी को केवल इसीलिए तेजाब से नहला दिया, क्योंकि वह पति को छोड़कर प्रेमी के साथ रहने की जिदद पर अड़ी थी। युवती फतेहगंज पश्चिमी में मरणासन्न हालत में मिली शाही की युवती के पिता ने दिन भर गोलमोल बातों के बाद शाम ढलते ही गुनाह कबूल कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि वह लोग तो मरा समझकर छोड़ आए थे, बेटी जाने कैसे बच गई।

तोताराम ने बताया कि बेटी को गांव का ही युवक पिछले साल अप्रैल में फुसलाकर ले गया था। युवक उन्हीं की बिरादरी का था तो आपसी समझौते के तहत तीन दिन बाद वह बेटी को ले आया। दस दिन बाद दोबारा बेटी उसके साथ चली गई। इस बार ये लोग एक सप्ताह में वापस लौटे। इससे उसकी गांव में काफी बदनामी हुई थी। तब से उसने सोच लिया था कि बेटी की कहीं और शादी कर देगा।

22 अप्रैल को हुई थी शादी

पिता ने बताया कि वह दामाद छेदालाल और दिनेश के साथ मिलकर उसने कई रिश्ते देखे। फिर भमोरा के गांव नत्था की गौटिया निवासी दामाद दिनेश ने ही अपने पड़ोस के गांव भगवानपुर (जिला बदायूं) में देवेंद्र से रिश्ता तय कराया। बेटी प्रेमी से ही शादी पर अड़ी थी पर उन्होंने किसी तरह निगरानी कर उसे रोक रखा था। बवाल के डर से गांव में बरात नहीं बुलाई। इसी 22 अप्रैल को शाही के पास मिर्जापुर के बरातघर में बरात आई।

बेटी ने रात भर ड्रामा किया। फिर बीमारी का बहाना कर फेरे नहीं लिए। उन्होंने भी देवेंद्र के साथ जबरन उसे गाड़ी में बैठाकर विदा किया। वह घर पहुंचे ही थे कि देवेंद्र की कॉल आ गई। कहा कि आपकी बेटी किसी से नहीं बोल रही, आप आकर देख लो। तब वह बाइक से बेटे प्रेम कुमार के साथ 23 अप्रैल की सुबह बेटी की ससुराल पहुंच गए।दोनों दामादों को बुला लिया। वहां बेटी ने साफ कह दिया कि वह इस शादी को नहीं मानती, प्रेमी के साथ ही जाएगी। उन लोगों ने काफी पहले बेटी से मोबाइल छीन लिया था। उन्होंने देखा कि वह पति के मोबाइल से प्रेमी से बात कर रही है। देवेंद्र व उसके परिजनों का कहना था कि उन लोगों को फंसा दिया गया है।

ऐसे दिया घटना को अंजाम

एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल को दी जानकारी के मुताबिक 23 अप्रैल की रात तोताराम समेत चारों लोग बेटी की ससुराल में रुके। सुबह नौ बजे तोताराम बेटे को लेकर बाइक से देवचरा आए। वहां से टॉयलेट क्लीनर (लाइट एसिड) लिया। इसकी तस्दीक दुकान मालिक ने भी की। फिर वापस बेटी की ससुराल आए। वहां से शाम चार बजे बेटी को साथ लेकर दो बाइक से ये लोग गांव को चले।

रास्ते में कई जगह रुकते हुए आराम से आए। झुमका तिराहे के होटल पर खाना खाया, जिसकी फुटेज पुलिस को मिली है। इसके बाद रात बारह बजे करीब शंखा रोड पर पहुंचे। फिर रोड से बेटी को झाड़ियों की ओर ले गए। वहां इन लोगों ने उसका गला दबाया। मरा समझने के बाद उसके मुंह के अंदर, चेहरे व शरीर पर टॉयलेट क्लीनर डाला। फिर वहां से तोताराम अपने और दामाद अपने घर चले गए।

इसे भी पढ़ें..

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here