प्रयागराज। यूपी के माफिया और गुंडे बदमाशों में योगी सरकार का खौफ इस कदर हावी है कि वह गुनाह तो कर देते हैं, लेकिन बचने के लिए वह ऐसे ऐसे तरीके अपनाते है, जिसे कोई सोच नहीं सकता। प्रयागराज में 49दिन पहले अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड करके फरार हुआ अतीक अहमद का तीसरे नंबर का बेटा असद हिन्दू बनकर पुलिस को चकमा देने की कोशिश कर रहा था, लेकिन यूपीएसटीएफ ने आज उसे मिटृटी में मिला दिया। मारे जाने के बाद जो तस्वीर सामने आई हैं उसमें असद अहमद एक जनेउ धारी ब्राह्मण के रूप में दिख रहा हैं, इसके अलावा उसने तुलसी की माला भी पहन रखी है।
बता दे कि यूपी एसटीएफ सरगर्मी से अतीक अहमद के शूटर बेटे और उसके साथी गुलाम अहमद को तलाश रही थी। यह दोनों लगातार पुलिस से बचने के लिए जगह बदल रहे थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इन दोनों कुछ दिन तक दिल्ली में गुजारने के बाद यूपी का रूख किए थे। यूपीएसटीएफ के हाथों दोनों झांसी में लग गए। यूपीएसटीएफ ने दोनों को मार गिराया। वहीं असद और गुलाम के मारे जाने के बाद अधिवक्ता उमेश पाल की मां और पत्नी को संतोष मिला, उन्होंने योगी सरकार को शुक्रिया अदा करते हुए बाकी आरोपियों को अंजाम तक पहुंचाने की मांग की ।
ज्यादातर दिन घर के भीतर ही बिताए
माफिय अतीक का बेटा व शूटर दिल्ली में 15 दिन की पनाह के दौरान इन आरोपियों के घर में ही रहे थे। कभी कभार ये संगम विहार में ही घूमने निकल जाते थे। दोनों आरोपी घूमने के लिए कभी संगम विहार से बाहर नहीं गए। ये दोनों उमेश पाल की हत्या के बाद ही दिल्ली आ गए थे।पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस दौरान असद ने अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया। वह मददगारों के फोन से ही यूपी में कई जगहा बात करता था। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जावेद भी हथियार रखता था। असद व शूटर ज्यादातर जावेद के घर रहे थे। तीन मददगार संगम विहार में आसपास ही रहते हैं।
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