यूपी सरकार ने पेश किया 7301 करोड़ का अनुपूरक बजट, बेरोजगारों व कर्मचारियों को मिलेगी राहत

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UP government presented a supplementary budget of 7301 crores, relief to the unemployed and employees
अनुपूरक बजट पेश करने के दौरान सीएम योगी और अन्य माननीय। फोटो साभार—दैनिक जागरण

लखनऊ। यूपी विधानमंडल के मानसून सत्र के दूसरे दिन प्रदेश की योगी सरकार ने सात हजार तीन सौ एक करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया है। वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि यह बजट युवाओं को रोजगार देने व किसानों को राहत देने के लिए है। इसमें प्रदेश ढ़ांचागत विकास के लिए भी इंतजाम किया गया है।

प्रदेश के वित्तमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने अपने बजट भाषण में कहा कि इस बजट से तीन हजार करोड़ रुपये युवाओं के रोजगार पर खर्च होंगे। वहीं, आशा वर्करों, चौकीदारों, ग्राम प्रहरी, आंगनबाड़ी, रोजगार सेवक, प्रांतीय रक्षक दल, रसोइया समेत विभिन्न संभागों में काम कर रहे कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाने पर ध्यान दिया जाएगा। इसमें अधिवक्तओं के लिए भी स्पेशल बजट लाया गया है और गन्ना किसानों के बकाया का भुगतान किया जाएगा।

धरने पर बैठे ओम प्रकाश राजभर

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर अपने विधायकों के साथ चौधरी चरण सिंह प्रतिमा के पास विधानसभा में धरने पर बैठ गए हैं। राजभर का कहना है कि बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, पिछड़ी जाति के जातिवार जनगणना, सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू कराने व विधानसभा में बाबा साहब अंबेडकर का ऑयल प्रिंट फोटो लगाने की मांग को लेकर ये धरना शुरू किया है।

विपक्ष अपने विरोध पर अड़ा

एक तरफ जहां सरकार प्रदेश के विकास खांका खीचने के लिए बजट पेश कर रही है दूसरी तरफ विपक्ष महंगाई समेत कई मुददों को लेकर लगताार दूसरे दिन विरोध प्रदर्शन पर डटा है। कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने मानसून सत्र का दूसरा दिन है।

महंगाई के हालात कैसे हैं सब जानते हैं। कांग्रेस ने कल भी प्रर्दशन किया और आज भी किया। नियम-56 में हमने अध्यक्ष से इस पर चर्चा की मांग की थी, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि पहली बार इसे कार्य सूची में 78 नंबर पर रखा। सरकार चर्चा से भाग रही है।

बसपा के विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने कहा कि वे कृषि बिल, महंगाई और गन्ना मूल्य को लेकर सदन में चर्चा करना चाहते थे, लेकिन सपा और कांग्रेस के विधायकों ने हंगामा कर दिया। इसके चलते सदन स्थगित हो गया। सदन में हंगामा करके सपा और कांग्रेस के विधायक भाजपा सरकार की मदद कर रहे हैं।नेता प्रतिपक्ष और सपा विधायक राम गोविंद चौधरी ने सरकार पर हमला बोला। कहा, खाद्य वस्तुओं, बिजली, पढ़ाई सब कुछ महंगा हो गया। केवल जान सस्ती हो गई है। लोग भूखे मर रहे हैं। हमने इन मुद्दों पर चर्चा की मांग की थी, लेकिन सरकार ये नहीं चाहती।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा- शोर शराबा से गलत संदेश जाता है

विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के रवैये पर नाराजगी जताई। कहा, यूपी विधानसभा का आकार देश मे सबसे बड़ा है, बल्कि यूं कहें कि कई देशों से बड़ा है तो गलत नहीं होगा। लेकिन बहस की गुणवत्ता घटने और सदस्यों के शोर शराबा करने से आमजनमानस में गलत संदेश जाता है। आम जनता इससे प्रभावित होती है। जनता सदस्यों को सीधे देखती है। कार्यवाही अगर सुचारू रूप से चले तो जनता प्रसन्न होती है। इसलिए सदस्यों को शालीनता का व्यवहार करना चाहिए। एक अच्छा संदेश जनता को देना होगा। हमारा ये दायित्व है।

झलकियां

  • बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने विधानसभा में हंगामा किया। जिसके कारण सदन की कार्यवाही 40 मिनट तक के लिए स्थगित कर दी गई।
  •  नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने प्रश्नकाल शुरू होने से पहले महंगाई का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि महंगाई चरम पर है। जनता परेशान है, त्रस्त है। उन्होंने कहा कि जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि देश मे सबसे सस्ता डीजल पेट्रोल यूपी में है। सरकार मुफ्त खाद्यान्न बांट रही है।
  • कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि आज मानसून सत्र का दूसरा दिन है। महंगाई के कारण प्रदेश के क्या हालात हैं ये किसी से छिपा हुआ नहीं है। कांग्रेस ने कल भी प्रदर्शन किया और आज भी किया। हमने इस पर विधानसभा अध्यक्ष से चर्चा की मांग की थी लेकिन इसे कार्य सूची में 78वें नंबर पर रखा गया है। सरकार चर्चा से भाग रही है।
  •  बसपा विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने कहा कि वह कृषि बिल व महंगाई पर चर्चा करना चाहते थे लेकिन सपा व कांग्रेस ने हंगामा कर दिया जिससे सदन स्थगित हो गया। उन्होंने कहा कि सपा व कांग्रेस भाजपा की मदद कर रहे हैं।

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