लखनऊ,बिजनेस डेस्क। हिंदुजा समूह की प्रमुख भारतीय कंपनी अशोक लेलैंड ने वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में 99 करोड़ रुपए का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स दर्ज किया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 83 करोड़ रुपए का घाटा दर्ज किया गया था। कंपनी ने दूसरी तिमाही में बाजार हिस्सेदारी में 32 फीसदी तक की छलांग लगाई। तिमाही में राजस्व 8266 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह राशि थी 4458 करोड़ रुपए।
अशोक लेलैंड का घरेलू एमएचसीवी वॉल्यूम 25475 पर रहा, इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधि (11988 संख्या) की तुलना में 113 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो उद्योग की वृद्धि के दोगुने से भी अधिक है। इससे अशोक लेलैंड को तिमाही में 9.6 फीसदी की बाजार हिस्सेदारी हासिल करने में मदद मिली।
वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही के लिए अशोक लेलैंड का घरेलू एलसीवी वॉल्यूम 17040 पर है जो क्यू2 एफवाई 22 की दूसरी तिमाही से 28 प्रतिशत (13328 संख्या) अधिक है। क्यू 2 एफवाई23 के लिए एक्सपोर्ट वॉल्यूम (एमएचसीवी और एलसीवी) 2780 संख्या पर, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक (2227 संख्या)। कंपनी ने वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में 537 करोड़ (6.5 प्रतिशत) का ईबीआईटीडीए दर्ज किया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह राशि थी 135 करोड़ रुपये (3.0 प्रतिशत)।वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में 2677 करोड़ रुपए का कर्ज था।
एलसीवी ट्रक वॉल्यूम
डेट इक्विटी वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में 0.37 गुना थी, जबकि वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में यह 0.48 गुना थी।कंपनी ने भारत के पहले मॉड्यूलर ट्रक प्लेटफॉर्म एवीटीआर रेंज के लिए अच्छी डिमांड देखी, और इस मांग में और सुधार होने की उम्मीद है, जो आर्थिक गतिविधियों में अपेक्षित वृद्धि को दर्शाता है।
एलसीवी सेगमेंट में, ‘बड़ा दोस्त’ को ग्राहकों ने अच्छी तरह से स्वीकार किया है और कंपनी बाजार की मांग के अनुरूप उत्पादन बढ़ा रही है। आगे बढ़ते हुए ई-कॉमर्स द्वारा प्रेरित लास्ट माइल कनेक्टिविटी की बढ़ती डिमांड के कारण आईसीवी और एलसीवी ट्रक वॉल्यूम को मिलने वाला सपोर्ट जारी रहने की संभावना है।आफ्टर-मार्केट और पावर सॉल्यूशंस बिजनेस जैसे अन्य व्यवसाय कंपनी की शीर्ष पंक्ति में योगदान करना जारी रखते हैं।
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