लखनऊ, बिजनेस डेस्क। यह मानते हुए कि वैश्विक महामारी और उसके बाद सामान्य स्थिति की बहाली तक की अवधि के दौरान कई एयरलाइनों के लिए रिफंड एक मुद्दा रहा है, एयर इंडिया ने आज इस क्षेत्र में अपनी क्षमता और प्रदर्शन में सुधार के लिए उठाए गए कदमों का विवरण साझा किया। सभी एयरलाइनों की तरह, एयर इंडिया भी कोविड–19 से बुरी तरह प्रभावित हुआ और अफसोस की बात यह है कि इससे अनेक ग्राहकों की यात्रा योजनाएँ प्रभावित हुईं।
ग्राहक हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता
ग्राहकों की अपेक्षाओं को बेहतर ढंग से पूरा करने और निजीकरण के बाद पुराने मुद्दों को तेजी से हल करने के लिए उठाए गए कई कदमों में से एक के रूप में, एयर इंडिया ने रिफंड के पिछले पूरे बकाया का निपटारा करने को उच्च प्राथमिकता दी। 150 करोड़ रु. से अधिक की राशि के कुल 2.5 लाख से अधिक मामलों को निजीकरण के बाद के शुरुआती कुछ महीनों में ही भुगतान करके निपटारा कर दिया गया।इस प्रगति पर टिप्पणी करते हुए, एयर इंडिया के चीफ कस्टमर एक्सपीरियंस एंड ग्राउंड सर्विसेज ऑफिसर, राजेश डोगरा ने कहा, “एयर इंडिया में, ग्राहक हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हैं।
लंबित धनवापसी मामलों की रिकॉर्ड संख्या में प्रोसेसिंग विभिन्न टीमों के समेकित प्रयास और अतीत से जुड़े एक प्रमुख मुद्दे को व्यापक एवं कारगर तरीके से निपटाने की क्षमता का प्रमाण है। हमारे रूपांतरण के बाद, हम अपने कार्यों में मानकीकृत संरचना लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो कि हमारे लिए विश्व स्तरीय एयरलाइन ब्रांडों में से एक के रूप में उभरने के लिए महत्वपूर्ण है।
इसे भी पढ़ें…