- कॉरपोरेट और संघी मनुवादी फासिस्ट ताकतों के गठबंधन को उखाड़ फेंकने का लिया गया संकल्प।
लखनऊ। भाकपा (माले) रेड स्टार उत्तर प्रदेश का तीसरा राज्य सम्मेलन “कॉमरेड राममूरत पासवान हॉल”, में 13- 14 अगस्त 2022 को लखनऊ में आयोजित किया गया।सम्मेलन में उपस्थित प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से कॉमरेड बाबूराम के नेतृत्व में भाकपा (माले) रेड स्टार तेरह सदस्यीय राज्य कमिटी का गठन किया। सम्मेलन में केरल के कोझिकोड में 24 -29 सितंबर 2022 को आयोजित होने वाले पार्टी के 12 वें महासम्मेलन को सफल बनाने का भी संकल्प लिया गया। साथ ही उत्तरप्रदेश राज्य से दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को पार्टी महासम्मेलन में भेजने का भी निर्णय लिया।
उत्तरप्रदेश राज्य सम्मेलन में राज्य समेत पूरे देश में कॉरपोरेट घरानों और संघी फासिस्ट ताकतों के गठजोड़ जो कि साम्राज्यवाद के जूनियर पार्टनर हैं, के जुल्मी शासन को उखाड़ फेंकने के लिए तमाम वामपंथी, जनवादी, प्रगतिशील, संघर्ष शील ताकतों से लड़ाकू मोर्चा बनाने का आह्वान किया गया ताकि भारत के शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए जनता के जनवादी भारत का निर्माण किया जा सके। साम्राज्यवाद को उखाड़ फेंककर समाजवाद की दिशा में आगे बढ़ा जा सके।
अरविंद ने क्रांतिकारी जन गीत प्रस्तुत किया
सम्मेलन में पार्टी महासचिव कॉमरेड के एन रामचंद्रन और कॉमरेड तुहिन ,कॉमरेड शंकर, कॉमरेड उमाकांत (सभी पोलित ब्यूरो सदस्य) एवम कॉमरेड बाबूराम, कॉमरेड विमल, कॉमरेड वशिष्ठ (सभी केंद्रीय कमिटी सदस्य) उपस्थित थे। सम्मेलन के अध्यक्ष मंडल में कॉमरेड बाबूराम, कॉमरेड अंजू तथा कॉमरेड कैलाश शामिल थे। कॉमरेड रामफिर, कॉमरेड महावीर और कॉमरेड अरविंद ने क्रांतिकारी जन गीत प्रस्तुत किया। सम्मेलन के प्रतिनिधि सत्र में राज्य कमिटी की राजनैतिक सांगठनिक रिपोर्ट, अद्यतन पार्टी कार्यक्रम मसौदा, संविधान संशोधन, क्रांति का पथ मसौदा दस्तावेज, राजनैतिक प्रस्ताव मसौदा दस्तावेज तथा केंद्रीय राजनैतिक सांगठनिक मसौदा रिपोर्ट पर चर्चा उपरांत अनुमोदन किया गया।
सदन ने फासिस्ट मोदी सरकार द्वारा कृषि के कॉरपोरेटीकरण के लिए किए जा रहे प्रयास व किसान आंदोलन से किए गए वायदा खिलाफी की तीव्र निंदा करते हुए एसकेएम के लखीमपुर खीरी मोर्चा व अन्य राष्ट्रीय कार्यक्रमों को सफल बनाने का, फासिस्ट मोदी सरकार द्वारा लाए गए श्रम विरोधी चार श्रम कोड के खिलाफ, शिक्षा के भगवाकरण और व्यवसायीकरण की नई शिक्षा नीति के खिलाफ, संघी मनुवादी फासिस्ट ताकतों द्वारा प्रदेशभर में फैलाए जा रहे नफ़रत और विभाजन की संस्कृति, दलितों, आदिवासियों, महिलाओं, अल्पसंख्यकों पर बढ़ते दमन, दमनकारी बुलडोजर राज के खिलाफ, भीषण महंगाई व बेरोजगारी के खिलाफ ,अनाज पर मोदी सरकार द्वारा लगाए गए जीएसटी के खिलाफ तथा वन अधिकार अधिनियम को कडाई से लागू करने व अग्निपथ/अग्निविर योजना के खिलाफ प्रस्ताव पारित किए गए। अंत में अध्यक्ष मंडल द्वारा अध्यक्षीय उद्बोधन व कम्युनिस्ट अंतरराष्ट्रीय गीत गाने के जरिए राज्य सम्मेलन के समाप्ति की घोषणा की गई।
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