लखनऊ। पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की तलाश में महानगर पुलिस ने मंगलवार देर रात हजरतगंज और वजीरगंज के तीन ठिकानों पर दबिश दी। पिछले तीन दिन में पुलिस अब्बास की तलाश में लखनऊ, गाजीपुर, मऊ और दिल्ली के 21 ठिकानों पर दबिश दे चुकी है, लेकिन अब्बास हाथ नहीं लगा। पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में उसे भगोड़ा घोषित करने की अर्जी डाल दी है जिस पर बृहस्पतिवार को सुनवाई की तारीख तय होगी।
गैर जमानती वारंट जारी हुआ है
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अब्बास के खिलाफ तीन साल पहले महानगर थाने में एक शस्त्र लाइसेंस पर कई असलहे खरीदने और फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज है। इस मामले में एमपी-एमएलए विशेष कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद से ही मऊ सदर से सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी फरार है। अब्बास के वकीलों ने कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। अब्बास की तलाश में पुलिस मऊ, गाजीपुर व दिल्ली में डेरा जमाए है तो वहीं लखनऊ में महानगर इंस्पेक्टर केशव तिवारी अपनी टीम लेकर दबिश दे रहे हैं।
रविवार को दारुलशफा स्थित सरकारी विधायक आवास पर दबिश दी गई। सोमवार को आलमबाग के बरहा इलाके में मुख्तार अंसारी के करीबी यशवेंद्र उर्फ युसुफ और माफिया जुगून वालिया के चंदरनगर के घर पर दबिश दी गई। मंगलवार को चार ठिकानों पर दबिश दी गई। इसमें हजरतगंज व वजीरगंज इलाके में रहने वाले मुख्तार अंसारी के करीबी शामिल हैं। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक, अब तक लखनऊ में नौ ठिकानों पर दबिश दी गई है लेकिन वह हाथ नहीं लगा।
आज होगी याचिका पर सुनवाई
महानगर पुलिस ने बुधवार को कोर्ट में याचिका दायर की है। जिसमें मऊ सदर से सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी को भगोड़ा घोषित किया जाए। ताकि पुलिस उसकी संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई कर सके। इस याचिका पर बृहस्पतिवार को सुनवाई की तारीख तय की जानी है। भगोड़ा घोषित करने के लिए पुलिस ने यह भी तर्क दिया है कि अब्बास ने देश के सर्वोच्च पद राष्ट्रपति पद के चुनाव में भी मतदान नहीं किया है। वह अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए भाग रहा है।
लाइसेंस का गलत उपयोग
मऊ के विधायक अब्बास अंसारी के खिलाफ 2019 में महानगर के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह ने केस दर्ज कराया था। आरोप था कि अब्बास ने असलहे का लाइसेंस लिया था जिसका दुरुपयोग करते हुए एक ही लाइसेंस पर कई हथियार खरीद डाले। यह भी आरोप है कि 2012 में हासिल इस लाइसेंस को बिना एनओसी के ही दिल्ली ट्रांसफर करा लिया था। इसके अलावा अब्बास के खिलाफ लखनऊ में दोए मऊ में चार व गाजीपुर में एक केस दर्ज है।
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